NIA raid
फाइल फोटो - ANI

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    नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2022 में आतंकवादी गतिविधियों से लेकर ड्रग्स तस्करों पर जमकर कार्रवाई की है। एजेंसी ने साल 2022  में रिकॉर्ड 73 मामले दर्ज किए, जो कि 2021 में दर्ज किए गए 61 मामलों से 19.67 प्रतिशत अधिक है और यह एजेंसी के लिए अब तक का सर्वाधिक है। वहीं, जांच एजेंसी ने इस साल 368 लोगों के खिलाफ 59 चार्जशीट दाखिल की हैं।

    जिहादी आतंक के 35 मामले 

    इन मामलों में जम्मू-कश्मीर, असम, बिहार, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में जिहादी आतंक के 35 मामले शामिल हैं। इन मामलों में से 11 जम्मू-कश्मीर, 10 वामपंथी उग्रवाद, पांच उत्तर पूर्व, सात प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े मामले, चार पंजाब, तीन गैंगस्टर-आतंकवाद-नशीली दवाओं के गठजोड़ से जुड़े थे, एक मामला टेरर फंडिंग और नकली भारतीय करेंसी नोट से जुड़े दो मामले शामिल है।

    456 आरोपी गिरफ्तार

    एनआईए  ने इस साल 368 लोगों के खिलाफ 59 आरोपपत्र दायर किए और 19 भगोड़ों सहित 456 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एनआईए के अनुसार, इसने दो आरोपियों को डिपोर्ट  पर और एक को विदेशी धरती से प्रत्यर्पण के बाद गिरफ्तार किया।

    सजा दर 94.39 प्रतिशत

    एनआईए ने कहा कि भारत भर की विभिन्न अदालतों ने 2022 में 38 मामलों में फैसले सुनाए और उनमें से सभी दोष सिद्ध हुए। उन्होंने कहा कि, 109 व्यक्तियों को सश्रम कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई गई है और छह आजीवन कारावास की सजा भी सुनाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि,  “अब तक कुल सजा दर 94.39 प्रतिशत है।”

    केंद्रीय एजेंसी ने कहा कि, 2022 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आठ लोगों को व्यक्तिगत आतंकवादी के रूप में नामित किया गया है और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।