
मुंबईः महाराष्ट्र में चल रहा सियासी भूचाल अब और भी आक्रामक होता जा रहा है। शिवसैनिक कुर्ला, चांदीवली सहित पुरे महाराष्ट्र में जगह-जगह बागी विधायकों के दफ्तर में तोड़फोड़ कर रहें हैं। नई जानकारी के अनुसार शिवसैनिकों ने अब पुणे में तोड़फोड़ की है। खबर के अनुसार पुणे के कटराज के बालाजी इलाके में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पार्टी विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय में बड़ी तोड़फोड़ की है। सियासी घमासान के बीच एकनाथ शिंदे के समर्थक विधायकों के कार्यालय को शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा अब लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
आपको बता दें कि, विधायक तानाजी सावंत के महाराष्ट्र राज्य के बागी शिवसेना विधायकों में से एक हैं। वह एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के समर्थन में इस गुवाहाटी के होटल में उपस्थित हैं। विधायक के दफ्तर पर हुए हमले को लेकर पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे ने कहा है कि, हमारी पार्टी के कार्यकर्ता ने तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी देशद्रोही और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना ही पड़ेगा। बागियों के सभी कार्यालय पर हमला होगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
#WATCH | Shiv Sena workers vandalise office of the party’s MLA Tanaji Sawant in Balaji area of Katraj, Pune. Sawant is one of the rebel MLAs from the state and is currently camping in Guwahati, Assam. #MaharashtraPoliticalCrisis pic.twitter.com/LXRSLPxYJC
— ANI (@ANI) June 25, 2022
गौरतलब है कि, चारों तरफ शिवसेना द्वरा शिंदे समर्थक विधायकों को तोड़फोड़ को देखते हुए एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार को सुरक्षा हटाए जाने का आरोप लगाया है। जिसके चलते उन्होंने एमवीए सरकार को पत्र लिख कर 38 विधायकों के परिवार की सुरक्षा की मांग की है। जिस पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने ट्विटर पर लिखा, “न तो मुख्यमंत्री और न ही गृह विभाग ने राज्य के किसी भी विधायक की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया है। सुरक्षा हटाए जाने के शिंदे टीम का आरोप पूरी तरह से गलत, झूठे, भ्रामक और बेबुनियाद हैं।
वहीं बागी विधायकों के कार्यालय पर लगातार हो रहे हमले को देखते हुए मुंबई पुलिस ने हाई अलर्ट जारी किया है और सभी पुलिस थानों से शहर के सभी राजनीतिक कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। यह निर्देश दिया गया है कि अधिकारी स्तर के पुलिसकर्मी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक राजनीतिक कार्यालय का दौरा करेंगे। जिससे चलते बागी शिवसेना विधायकों कुछ हद तक राहत मिलती दिखाई दे रहें है।