नई दिल्ली: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moosewala Murder Case) में कथित तौर पर शामिल गैंगस्टर सचिन बिश्नोई को अजरबैजान से भारत लाया गया है। वहीं, दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 10 दिन के लिए दिल्ली पुलिस के रिमांड में भेज दिया है। सुरक्षा कारणों से सचिन बिशनोई को पटियाला हाउस कोर्ट की हवालात में पेश किया गया।
इससे पहले उसे अजरबैजान से प्रत्यर्पित किया गया। जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। कोर्ट में पेशी के दौरान सचिन बिश्नोई ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी हुई थी। कमांडो ने चारो और से सुरक्षा घेरा बनाया हुआ था।
#UPDATE | Delhi | Patiala House Court grants 10-day remand of Sachin Bishnoi alias Sachin Thapan to Delhi police. He was produced in Patiala House Court lock up due to security reasons. He was extradited from Azerbaijan and has been arrested by the Special Cell of Delhi police.… https://t.co/4paFXhy6oz
— ANI (@ANI) August 1, 2023
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के अधिकारी मामले में प्रगति पर नजर रखने के लिए अजरबैजान की राजधानी बाकू गए थे। अधिकारियों ने बताया कि बिश्नोई उर्फ सचिन थापन को बाकू से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कराया गया। उल्लेखनीय है कि सिद्धू मूसेवाला के नाम से पहचाने जाने वाले शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष शाखा) एच.जी.एस. धालीवाल ने कहा, ‘‘ सचिन बिश्नोई उर्फ सचिन थापन को बाकू से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया गया और मंगलवार सुबह दिल्ली लाया गया।” सूत्रों ने बताया कि वह हत्या के लिए साजिश रचने तथा उससे संबंधित साजोसामान जुटाने में शामिल रहता था। उन्होंने दावा किया कि वह मूसेवाला की हत्या के समय विदेश में था लेकिन उसने यह कहकर जांचकर्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की उसी ने ही मूसेवाला को गोली मारी थी।
एक सूत्र ने दावा किया, ‘‘ मूसेवाला की हत्या से पहले सचिन बिश्नोई भारत से चला गया था। वह तिलक राज टुटेजा नाम के फर्जी पासपोर्ट पर पहले दुबई गया था। इस पासपोर्ट पर दक्षिण दिल्ली के संगम विहार का पता था।” उसने दावा किया, ‘‘ उसने (सचिन ने) टोह लेने में मदद की तथा हमलावरों को एक गाड़ी भी उपलब्ध करायी। उसने हत्या के बाद यह दावा कर जांच को भटकाने की कोशिश की कि उसने ही गायक की जान ली।” सूत्र ने कहा कि जब सचिन बिश्नोई दुबई में था तब उसे लगा कि संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारत के अच्छे संबंध है और उसे वहां से प्रत्यर्पित किया जा सकता है, इसलिए वह बाकू चला गया था।
सचिन बिश्नोई को पिछले साल अगस्त में अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था और उसने दावा किया था कि जब घटना घटी तब वह भारत में नहीं था। सूत्रों ने कहा कि उसने अजरबैजान में जमानत के लिए आवेदन दिया था जिसके खारिज कर दिया गया था। दिल्ली पुलिस ने बताया कि अप्रैल में अंतरराष्ट्रीय प्रयास में उसने गृहमंत्रालय, विदेश मंत्रालय, इंटरपोल , अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो और मैक्सिको पुलिस की मदद से अपराधक दीपक पहल उर्फ बॉक्स को मैक्सिको को गिरफ्तार किया था और उसे दिल्ली लायी थी।
उसने कहा कि दिल्ली पुलिस के इतिहास में पहली बार भगोड़ा अपराधी सचिन थापन उर्फ सचिन बिश्नोई उर्फ तिलक राज को अजरबैजान से भारत लाया गया। उसने बताया कि विशेष शाखा को पता चला था कि तिलक राज टूटेजा के नाम से गैंगस्टर लौरेंस बिश्नोई का भतीजा सचिन बिश्नोई भारत से भाग गया है जिसके बाद यह वर्तमान अभियान शुरू किया गया। धालीवाल के अनुसार सचिन बिश्नोई महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम से जुड़े एक मामले तथा मोहन गार्डन थाने में हत्या के प्रयास और विशेष शाखा में दर्ज अन्य मामलों में नामजद है।
सचिन बिश्नोई एवं एक अन्य आरोपी अनमोल बिश्नोई (जो लॉरेंस बिश्नोई का भाई है) मूसेवाला की हत्या से पहले फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गये थे। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ घटना के दौरान ‘सिग्नल एप्लीकेशन’ के माध्यम से हमलावरों के संपर्क में था। इससे पहले, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़ (जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का अहम साथी) को संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाये जाने के बाद गिरफ्तार किया था।
विक्रम बराड़ मूसेवाला की हत्या में शामिल था। वह दुर्दांत गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और अन्य की मदद से भारत में हथियारों की तस्करी एवं जबरन वसूली के मामलों में भी शामिल था। सिद्धू मूसेवाला के नाम से पहचाने जाने वाले शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुणे संदिग्ध आतंकवादी मामला: महाराष्ट्र ATS एटीएस ने पांचवें आरोपी को किया गिरफ्तार