Himachal Political Crisis, Shimla, BJP, Congress
अब हिमाचल में हुआ खेला (फोटो-सोशल मीडिया)

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शिमला: हिमाचल की राजनीति ( Himachal Pradesh Crisis) में सियासी बवाल छिड़ गया है जहां पर सुक्खू सरकार के मंत्री और वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने इस्तीफा देकर बड़ा झटका दिया है। साथ ही बयान जारी कर सुक्खू सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए है। उधर विधानसभा की कार्यवाही में आज हिमाचल स्पीकर ने बड़ा एक्शन लेते हुए जयराम ठाकुर सहित भाजपा के 15 विधायक विधानसभा से निष्काषित किए गए। बता दें, सदन में नारेबाजी शुरू करने की वजह से इन्हें निष्कासित किया गया। 

भाजपा में जाएगें विक्रमादित्य?

यहां पर सुक्खू सरकार से कैबिनेट मंत्री के रूप में झटका देने के बाद नेता विक्रमादित्य ने बड़ा बयान जारी किया है। इसमें मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है… मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है। मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं।” मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित करने का काम किया गया है, जिस तरह के संदेश विभाग में भेजे जाते हैं, हमें कमजोर करने की कोशिश की गई… सरकार सभी के सामूहिक प्रयास से बनी थी…मैं किसी भी दबाव में नहीं आने वाला।

आगे कहा,”…जो वास्तविक परिस्थितियां है उसके बारे में मैंने पार्टी हाईकमान को अवगत कराया है। अब गेंद उनके पाले में है, अब उन्हें फैसला लेना है कि उनका कदम क्या होगा। आने वाले समय में जो भी होगा वह पार्टी हाईकमान के साथ विचार-विमर्श करके किया जाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि जो भी फैसला लिया जाएगा वह संगठन, पार्टी और इस राज्य के लोगों के व्यापक हित में लिया जाएगा।” 

बीजेपी के 15 विधायक सस्पेंड

हिमाचल में बवाल के बीच आज विधानसभा में कार्यवाही के दौरान विपक्ष यानि भाजपा के 5 भाजपा विधायकों में जयराम ठाकुर, विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा, लोकेंद्र कुमार, विनोद कुमार, हंस राज, जनक राज, बलबीर वर्मा, त्रिलोक जम्वाल, सुरेंद्र शोरी, दीप राज, पूरन ठाकुर, इंदर सिंह गांधी, दिलीप ठाकुर और इंदर शामिल हैं।

सिंह गांधी को आज विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में कथित तौर पर नारेबाजी और दुर्व्यवहार करने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने निष्कासित कर दिया है।  बताया जा रहा है, सदन में कार्यवाही के दौरान नारेबाजी करने के अलावा अध्यक्ष की कुर्सी पर जाकर फेंकें कागज व किताबे फेंके थे जहां पर दन को 12 बजे तक स्थगित किया गया।

जयराम ठाकुर ने कही थी बात

ठाकुर ने सुबह संवाददाताओं से कहा, ”हमें आशंका है कि विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया भाजपा विधायकों को निलंबित कर सकते हैं ताकि बजट विधानसभा में पारित किया जा सके।”उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव से यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में है। ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस्तीफे की मांग की।मंगलवार को हिमाचल प्रदेश की एकमात्र राज्यसभा सीट पर भाजपा के जीत हासिल करने के एक दिन बाद विधायकों को निलंबित करने का ये फैसला आया है।