नई दिल्ली: दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले से जुड़े मामले (Delhi Excise Policy Case) में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) की गिरफ्तार के बाद प्रदेश भाजपा (BJP) ने बुधवार को कहा कि मामले में जांच की तपिश मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) तक भी पहुंचेगी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब रद्द की जा चुकी नीति के सिलसिले में बुधवार को सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले एजेंसी ने उनके नॉर्थ एवेन्यू स्थित आवास पर छापा मारा था।
अंतत: सत्य की जीत होती है
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा कि सिंह की गिरफ्तारी बताती है कि अंतत: सत्य की जीत होती है और आखिर में कानून केजरीवाल को भी पकड़ेगा। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-2022 में कथित अनिमियतताओं की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की सिफारिश की थी जिसके बाद केजरीवाल सरकार ने पिछले वर्ष इस नीति को वापस ले लिया था।
“पापी” चाहे कितना भी चतुर क्यों न हो…
इस वर्ष फरवरी में सीबीआई ने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और उस वक्त आबकारी विभाग का प्रभार संभाल रहे मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें नीति बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने सिंह की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “पापी” चाहे कितना भी चतुर क्यों न हो, उसे एक दिन सजा जरूर मिलती है।
जांच की तपिश केजरीवाल तक भी पहुंचेगी
तिवारी ने कहा, “लोगों के घरों के सामने शराब की दुकानें खोलने की वजह से जिन महिलाओं के बच्चे शराब के लती बने, उनके शाप ने यह काम किया है। संजय सिंह भी गिरफ्तार हो गए हैं। जांच की तपिश केजरीवाल तक भी पहुंचेगी।” प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति की वजह से हजारों परिवार तबाह हो गए। इस नीति के तहत शहर भर में शराब की दुकानें खोली गई थीं और योजना शराब की बिक्री को बढ़ाने की थी।
अब तिहाड़ जा रहे हैं संजय सिंह
मिश्रा ने कहा, “मनीष सिसोदिया, विजय नायर पहले से जेल में हैं और अब संजय सिंह तिहाड़ जा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या केजरीवाल उनके गलत कामों से अनजान थे।” उन्होंने मुख्यमंत्री का इस्तीफा भी मांगा। (एजेंसी)