ये 5 महिलाएं जिनका भारतीय राजनीति में चलता है राज, सियासी रेस में पुरुषों से आगे

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नई दिल्ली: देश और दुनिया में महिलाएं हर क्षेत्र में आगे है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां महिलाओं ने अपने नाम का परचम ना लहराया हों। महिलाओं की शक्ति को हम शब्द में कितना भी बयां कर लेकिन फिर भी कम ही है। ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पास में ही है। इस खास मौके पर आज हम महिलाओं की मजबूती दिखाने वाली एक खास पेशकश आपके लिए लेकर आएं है, जिससे न केवल भारत की ही बल्कि पूरी दुनिया के महिलाओं को आगे बढ़ने के प्रेरणा मिलेगी। 

जैसा की हम सब जानते है भारतीय राजनीति में महिलाओं का दबदबा पुराने समय से रहा है, भारत की राजनीती में महिलाओं ने जो योगदान दिया है वो आज भी अविस्मरणीय है। आज भी हर पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। इन्‍होंने बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया भी है। आजादी के पहले से लेकर आज तक राजनीति में महिला डंका देशभर में बजता रहा है। सोनिया गांधी, स्वर्गीय शीला दीक्षित, प्रतिभा देवी पाटिल, मीरा कुमार जैसी दिग्गज महिला नेताओं ने समाज में यह भरोसा दिलाया है कि महिलाएं हर क्षेत्र में बेहतर कर सकती हैं। ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस’ के अवसर पर जानते हैं, देश की कुछ प्रचलित राजनीतिक महिला नेताओं के बारे में… 

पूर्व विदेशमंत्री स्‍वर्गीय सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) 

भारत की बेटी पाकिस्तान से वापस लाने वाली सुषमा स्वराज को भला कौन नहीं जानता। अपनी तेजस्वी छवि से उन्होंने देश की राजनीती में बहुत महत्वपूर्ण कार्य किया है। पूर्व विदेशमंत्री स्वर्गीय स्वर्गीय सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj)  को स्‍वतंत्र भारत की सबसे लोकप्रिय महिला नेता के रूप में याद किया जाता है।  देश की राजनीति में रहते हुए उन्‍होंने कई ऐसे महत्‍वपूर्ण निर्णय लिए, जिसके लिए दुनिया भी उन्‍हें सलाम करती है. बता दें कि 27 साल की उम्र में उन्‍हें जनता पार्टी, हरियाणा की राज्य अध्यक्षा बनाया गया। वे पहली महिला थीं, जिन्‍हें किसी राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी का प्रवक्‍ता बनाया गया. इसके अलावा, वे भाजपा की प्रथम महिला मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, महासचिव, प्रवक्ता, विदेश मंत्री आदि भी बनी। 

जयललिता (Jayalaltiha)  

मशहूर अभिनेत्री से तमिलनाडु की मुख्‍यमंत्री बनने तक का स्वर्गीय जयललिता (Jayalaltiha) का सफर वाकई उतार-चढ़ाव वाला रहा। जयललिता जयराम लोकप्रिय भारतीय महिला राजनीतिज्ञ रहीं, जिन्‍होंने राजनीति में आने से पहले तमिल, तेलुगू, कन्नड, हिंदी और अंग्रेजी की 300 से भी अधिक फिल्‍मों में काम किया। 15 वर्ष की आयु में उन्‍होंने कन्नड फिल्मों में मुख्‍य अभिनेत्री की भूमिकाएं करना शुरू किया और 1982 में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वे 1991 से 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित और सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री भी चुनीं गईं। आज भी उन्हें उनके कार्य के लिए जाना जाता है। 

निर्मला सीतारमण (Nirmala sitharaman) 

देश और दुनिया में अपना नाम बनाने वाली निर्मला सीतारमण (Nirmala sitharaman) भारत की वर्तमान वित्त मंत्री हैं, जो देश की अर्थव्यवस्‍था को बखूबी संभाल रही हैं। देश की दूसरी महिला वित्त मंत्री हैं। इससे पहले वे 2017 तक भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) और वित्त व कॉरपोरेट मामलों की राज्य मंत्री का पद भार भी संभाल चुकी हैं। वे श्रीमती इंदिरा गांधी के बाद भारत की दूसरी रक्षा मंत्रालय की कमान संभालने वाली स्वतंत्र भारत की दूसरी महिला नेत्री भी रहीं। 

ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) 

राजनीति में महिलाओं का काम नहीं यह कहने वाले लोगों के विचारों को गलत साबित करने वाली एक महिला यानी  ममता बनर्जी है। पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) हमेशा से ही जुझारू, संघर्षशील महिला नेता के तौर पर जानी जाती रही हैं। उनकी सादगी को देखकर कोई भी अनजान यह अंदाज नहीं लगा सकता कि वे किसी प्रदेश की मुख्यमंत्री हैं। आठवीं बार बंगाल की मुख्यमंत्री के पद के लिए चुनी गईं ममता बनर्जी 15 साल की उम्र में हायर सेकेंड्री की परीक्षा पास करते ही राजनीति में प्रवेश कर लिया था। तब से आज तक वे जन नायिका के रूप में जानी जाती हैं। 

स्मृति ईरानी (Smriti Irani) 

आज के दौर में भला देश में ऐसा कोई नहीं है जो स्मृति ईरानी (Smriti Irani)  को नहीं जानता। अपने प्रखर व्यक्तित्व से स्मृति जानी जाती है। टीवी पर अपने अभिनय से लाखों लोगों के दिल में अपनी जगह बनाने वाली अभिनेत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) आज देश की राजनीति में महत्‍वपूर्ण स्‍थान हासिल कर चुकी हैं। वे एक राजनीतिज्ञ, कपड़ा मंत्री तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री और पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री के पर सफलता से काम कर चुकी हैं। इनसे देश और दुनिया की कई महिलाएं प्रेरित हो सकती है।