धुलिया. जिले में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) में जिले के 169 बच्चों के माता-पिता खो गए हैं। इनमें 20 बच्चे धुलिया शहर (Dhulia City) से शामिल हैं। इसमें वे बच्चे (Children) शामिल हैं, जिन्होंने एक या दोनों अभिभावक को खो दिए हैं। शासन के आदेशानुसार जिन बच्चों के माता-पिता का कोरोना संक्रमण (corona Infection) से देहांत (Death) हो गया है, उनकी जानकारी जिला एवं नगरपालिका प्रशासन द्वारा एकत्रित की जा रही है, ताकि उन्हें सरकार की हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा सके। जिले में प्राप्त प्रस्तावों के सत्यापन का काम शुरू हो गया है। कोरोना की दूसरी लहर में कई लोगों की मौत हो गई। कुछ परिवारों ने मुखिया खो दिया है तो कुछ बच्चों के माता-पिता में से एक अथवा दोनों की कोरोना से मौत हो गई है। इसके चलते बच्चों पर अनाथ होने पर संकट आन पड़ा है।
सरकार ने कोरोना से माता-पिता खोए बच्चों की जानकारी जुटाने के आदेश दिए हैं। इसी के तहत जिला व महानगर निगम प्रशासन की ओर से जानकारी जुटाने का काम शुरू कर दिया गया है। निगम को को अब तक 20 आवेदन मिले हैं, जिन बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है, उनके लिए दो आवेदन हैं और 18 आवेदन उनके लिए हैं, जिन्होंने माता-पिता में से एक को खोया है। माता-पिता को खोने वाले कुछ बच्चे अब अपने मामा, चाचा और दादा के साथ रह रहे हैं।
मामा, चाचा व दादा के साथ रह रहे बच्चे
महानगर निगम ने सभी आवेदन बाल संरक्षण समिति को भेज दिए हैं। दूसरी ओर जिला बाल संरक्षण समिति ने भी जिले की सभी 4 तालुकाओं से जानकारी मांगी है। समिति को अब तक सभी 4 तालुकाओं से 169 आवेदन प्राप्त हुए हैं। आवेदन अभी भी प्राप्त हो रहे हैं।
155 बच्चों ने एक अभिभावक खोया
बताया गया कि इन आवेदनों के वर्गीकरण का कार्य प्रगति पर है। जिला महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला बाल संरक्षण विभाग को कल तक जिले में 169 बच्चों की सूचना मिली है। 7 परिवार और 14 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है। यह भी बताया गया है कि 91 परिवार और 155 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने माता-पिता में से एक को खोया है।