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    जलगांव. जिले में बीते 10 दिनों से कोरोना (Corona) मरीजों (Patients) की संख्या में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है। इस कारण जिला प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू (Night curfew) के साथ ही कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं।  इस हालात को देखते हुए लोगो में फिर से लॉकडाउन (Lockdown) का डर फैल गया है। इसके चलते बाजारों में भीड़ कम तो रास्ते सुनसान दिखाई देने लगे हैं, जिसका बुरा असर व्यापार व उद्योग- धंधों पर पड़ा है। जिलाधिकारी अभिजीत राऊत के अनुसार फिर से लॉकडाउन लगाने का कोई विचार नहीं है। उनके यह बात स्पष्ट करने पर भी लॉकडाउन की चर्चाएं चरम पर हैं।

    राज्य ने कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन का अनुभव लंबे समय तक किया है। बीते 22 मार्च 2020 से एक दिन के  लिए लगाया गया जनता कर्फ्यू आगे करीब 6 माह तक बढ़ता गया था। लोगों, विशेष कर हर दिन रोजी-रोटी कमाने वालों पर उसके गंभीर असर हुआ था। बहरहाल उस लॉकडाउन के चलते व्यापार-कारोबार, उद्योगधंधों के पूरी तरह से ठप हो जाने से सभी की आर्थिक स्थिति चरमरा गयी थी।

    जिले में बढ़ रही है कोरोना मरीजों की संख्या  

    फरवरी से जलगांव जिले में कोरोना बाधितों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। प्रशासन का मानना है कि लोग बेफिक्र बगैर मास्क लगाए भीड़ में जा रहे हैं। शादी समारोह में हजारों की तादाद में लोगों के इकट्ठा होने से कोरोना फिर से बढ़ रहा है। जिले में बीते 10 दिनों में कोरोना बाधितों का आंकड़ा 1500 के पार बताया गया। 

    लोगों में लाकडाउन का डर

    जिलाधिकारी राऊत ने फिर 22 फरवरी से रात्रिकालीन कर्फ्यू के साथ जिले में कड़े प्रतिबंध जारी कर दिए।  सभा, सम्मेलन, मोर्चा पर पाबंदी तो मंदिर-मस्जिद में 10 लोगों को अनुमति दी गई है। शादी समारोह व अंतिम संस्कार में मात्र 50 लोगों की उपस्थिति तय की गई। 6 मार्च को दिए आदेश 15 मार्च की रात तक जारी रहेंगे। इतना सब होते हुए भी जिले में कोरोना बाधित मरीजों की संख्या बढ़ती गई। कारण वश लोगों में लॉकडाउन का डर फैला हुआ है।