Shiv Sena has given a tough challenge to BJP, claims for the post of Mayor, Deputy Mayor

  • जयश्री महाजन और कुलभूषण पाटिल को मैदान में उतारा
  • 27 भाजपा नगरसेवक शिवसेना में शामिल
  • 45 सदस्यों के समर्थन का शिवसेना का दावा

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जलगांव. जलगांव महानगरपालिका ( Jalgaon Municipal Corporation) में सत्ता हासिल करने के लिए शिवसेना (Shiv Sena) ने एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है, बुधवार को शिवसेना ने महापौर (Mayor) और उप महापौर (Deputy Mayor) पद के लिए नामांकन (Nomination) पत्र दाखिल कर बीजेपी (BJP) को खुली चुनौती दी है। शिवसेना ने भाजपा के संकट मोचक विधायक गिरीश महाजन (MLA Girish Mahajan) के महापौर चुनाव निर्विरोध कराने के दावे को ध्वस्त कर दिया। 

शिवसेना ने आज महापौर पद के लिए दावा ठोंक दिया। इसके संकेत पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल ने देर रात सोशल मीडिया पर भाजपा के बागियों के साथ फोटो सेशन वायरल कर दिया था। औरंगाबाद उच्च न्यायालय ने गुरुवार को ऑनलाइन प्रक्रिया से महापौर उप महापौर चुनाव संपन्न कराने के निर्देश देकर भाजपा की याचिका को खारिज किया है। 

शिवसेना का बहुमत का दावा

शिवसेना दावा कर रही है कि वर्तमान में उसके पास भारतीय जनता पार्टी के बागी बीजेपी के पार्षदों के अलावा शिवसेना-एमआईएम को मिलाकर 45 सदस्य हो गए हैं। शिवसेना ने मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए नामों को अंतिम रूप दे दिया है और दोनों पदों के लिए आवेदन मनपा में दाखिल किया। मेयर के लिए शिवसेना ने जयश्री महाजन और डिप्टी मेयर पद के लिए कुलभूषण पाटिल को मैदान में उतारा है। दोनों ने आवेदन दाखिल कर दिए हैं। इस अवसर पर शिवसेना समूह के नेता नितिन लड्ढा, पूर्व महापौर विष्णु भंगाले, शरद तायडे, अमर जैन, सुनील महाजन और अन्य नगरसेवक उपस्थित थे। जलगांव महानगरपालिका में चर्चा है कि 57 सदस्यों के स्पष्ट बहुमत वाली भाजपा के 27 भाजपा पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए हैं। यह भी दावा किया जा रहा है कि गुरुवार को यह संख्या बढ़ भी सकती है। शिवसेना ने दावा किया है कि मेयर का चुनाव शिवसेना ही जीतेगी, क्योंकि शिवसेना को तीन एमआईएम सदस्यों का समर्थन भी मिलेगा।

महापौर के लिए 38 सदस्यों का बहुमत जरूरी

 75 सदस्यीय सदन में महापौर के लिए  38 सदस्यों का बहुमत आवश्यक है। वर्तमान में शिवसेना के गणित के अनुसार उनके पास कुल 45 सदस्यों का समर्थन है, 15 शिवसेना से, तीन एमआईएम से और 27 भाजपा से हैं। इसलिए शिवसेना दावा कर रही है कि मेयर और डिप्टी मेयर शिवसेना के होंगे। 27 बीजेपी नगरसेवक अलग हो गए हैं। परिणामस्वरूप, भाजपा के पास महापौर पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए स्पष्ट बहुमत नहीं है। हालांकि, भाजपा कह रही है कि हम मेयर पद के दावेदार हैं। हालांकि, शिवसेना ने एक आवेदन दायर किया है और भाजपा ने भी वर्तमान महापौर सोनवणे की अगवाई में चार नामांकन पत्र प्रतिभा कापसे मयूर कापसे सुरेश सोनवणे दाखिल ने किया है।

महाजन के गृहनगर में रची व्यूह रचना

 इस चुनाव में शिवसेना की जीत लगभग तय मानी जा रही है, क्योंकि भाजपा के संकटमोचक विधायक गिरीश महाजन को पटखनी देने के लिए उन्हीं के गृहनगर में पूर्व शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, जल संसाधन तथा पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल और विनायक राऊत ने व्यूह रचना की है। जलगांव महानगरपालिका के मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए वोटिंग गुरुवार को ऑनलाइन तरीके से होगी। औरंगाबाद हाईकोर्ट ने  भाजपा की याचिका को बुधवार को खारिज कर दिया है। मुंबई उच्च न्यायालय की औरंगाबाद खंडपीठ में भाजपा ने महानगरपालिका सदन में सदस्यों की उपस्थिति में महापौर और उपमहापौर का चयन करने के लिए वोटिंग करने की मांग की याचिका दाखिल की थी। 

आनलाइन होगी चुनाव प्रक्रिया

इस पर उच्च न्यायालय ने भाजपा को राहत न देते हुए ऑनलाइन तरीके से मतदान प्रक्रिया कराने के निर्देश दिए हैं। इस फैसले से भाजपा को जोर का झटका लगा है। इसलिए, यह स्पष्ट हो गया है कि मेयर और डिप्टी मेयर की चयन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। जलगांव महानगरपालिका के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव 18 मार्च को हो रहा है और भाजपा  चुनाव से पहले से ही विभाजित हो गई है।  न्यायालय में भाजपा द्वारा दायर याचिका में मांग की गई थी कि जिस तरह महापौर और उप महापौर का चुनाव पिंपरी चिंचवाड़ और नागपुर महानगर पालिका में ऑफ़लाइन बैठक आयोजित करके किया गया था, उसी तर्ज पर जलगांव महानगर पालिका चुनाव ऑफलाइन  कराने की मांग और अदालत से की गई थी। खंडपीठ में जस्टिस संजय गंगापुरवाला और श्रीकांत कुलकर्णी शामिल थे। उन्होंने  वीरन सुरेश खडके और रंजना विजय सोनार द्वारा  दायर याचिका और मांग को खारिज कर दिया और यह स्पष्ट हो गया है कि महापौर और उप महापौर चयन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।

भाजपा ने केवल झूठा आश्वासन दिया : नगरसेवक कुलभूषण

भाजपा के बागी नगरसेवक कुलभूषण ने कहा है कि भाजपा ने केवल ठेकेदारों के घर भरें और लोगों को झूठा आश्वासन दिया है। कुलभूषण पाटिल ने यह भी बताया कि  भाजपा की कार्यशैली से परेशान होकर वह शिवसेना में शामिल हो गए हैं और उनके साथ 30 नगरसेवक भाजपा छोड़कर शिवसेना में शामिल हो गए हैं। पाटिल ने संकटमोचक गिरीश महाजन के साथी ग्रामीण जिला अध्यक्ष राजू भोले पर जोरदार हमला किया और कहा कि दोनों नेताओं की उदासीनता के कारण भाजपा को यह दिन देखना पड़ा है।