If the body has to give vitamin A, then include these things in the food

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सीमा कुमारी

नई दिल्ली: क्या आप ठीक से सो नहीं रही हैं या बहुत ज्यादा सो रहीं हैं? खैर, दोनों ही मामलों में आप अंत में उतना तरोताजा महसूस नहीं करेंगी जितना आपको होना चाहिए! अक्सर यह कहा जाता है कि किसी भी व्यक्ति के लिए 6-8 घंटे की नींद एकदम जरूरी है। अगर कोई इंसान अपनी नींद पूरी नहीं कर रहा है तो वह फिजिकली और मेंटली दोनों रूप से परेशान हो सकता है। इसकी वजह से हार्मोनल ग्रोथ भी प्रभावित हो सकता है।

जिसकी वजह से शरीर में कई सारी दिक्कतें शुरू हो सकती है।  जैसे- मूड स्विंग्स और एंजायटी नींद न आने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन डॉक्टर के मुताबिक कई बार विटामिन की कमी के कारण भी नींद नहीं आती है। आइए जानें आखिर किस विटामिन की कमी के कारण नींद नहीं आती है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, विटामिन-D और विटामिन-B12 की कमी के कारण नींद की प्रॉब्लम होती है। विटामिन-D की कमी बच्चे और बूढ़े किसी को भी हो सकती है। नींद न आना और रात में जागे रहना यह सभी समस्या हो सकती है। विटामिन-D ब्रेन को हेल्दी बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। ब्रेन के कुछ क्षेत्रों के लिए विटामिन-D रिसेप्टर्स के लिए काम करती है। ये पेसमेकर टिश्यूज माना जाता है। ये मेलाटोनिन जो कि नींद हार्मोन है उसके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है।

बरसात में दूध पीने से मेलाटोनिन की कमी होती है। जिसकी वजह से नींद की कमी होती है। जिसकी वजह से स्लीप साइकिल बिगड़ जाता है। जिसकी वजह से ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive sleep apnea) का खतरा हो जाता है।

जिन महिलाओं को मेनोपॉज होता है, उन्हें प्रक्रिया के दौरान हॉट फ्लश और पसीने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे उनकी नींद टूट जाती है और वे हर समय चिड़चिड़े और थके स्वभाव लिए हुए रहती हैं। विटामिन-E उन्हें इससे पूरी तरह बचा सकता है विटामिन-E के स्रोत एंटीऑक्सीडेंट का एक पावरहाउस हैं जो नींद में सुधार और नींद संबंधी विकारों को बहाल करने में सक्षम हैं।

विटामिन-E के स्रोत

अनार, सूरजमुखी के बीज, एवोकैडो, नट्स, कीवी, जैतून, आम, क्रैनबेरी, मछली और मूंगफली शामिल हैं।