ताली बजाएं और रोग भगाएं, जानिए ‘Clapping Therapy’ के अनमोल फायदे

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    -सीमा कुमारी

    आमतौर पर, जब लोग बहुत खुश होते हैं तो हंस बोल कर या फिर तालियां बजा कर अपनी खुशी का इज़हार करते हैं। किसी भी खुशी के मौके पर हम ताली जरूर बजाते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इससे खुशी का एहसास होने के साथ हेल्थ को भी कई फायदे होते  हैं ?  दरअसल, ताली बजाने एक तरह का योग और एक्सरसाइज है।

    एक्सपर्ट्स के मुताबिक,  हमारे शरीर में कुल 340 प्रेशर पॉइंट्स होते हैं। इनमें करीब 29 पॉइंट्स हाथों में होते हैं, जो शरीर के अलग-अलग अंगों से संबंध रखते हैं। ऐसे में ताली बजाने से ये प्‍वाइंट्स उत्तेजित होते हैं और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। ऐसे में बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं क्लैपिंग थेरेपी यानि ताली बजाने से मिलेने वाले फायदे के बारे में –

    हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, सुबह के समय लगातार ताली बजाने से शारीरिक व मानसिक पहलु उत्तेजित होते हैं। इससे बेहतर तरीके से शारीरिक व मानसिक विकास करने में मदद मिलती है। साथ ही दिनभर शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके साथ ही मूड भी अच्छा रहता है।

    एक्सपर्ट्स कहते हैं कि, रोजाना ताली बजाने से पाचन तंत्र में सुधार आता है। ऐसे में इससे पेट संबंधी समस्याएं दूर होती है।

    अगर आपको अक्सर पीठ दर्द की शिकायत रहती है तो आपको एक बार क्लैपिंग थेरेपी ज़रूर करनी चाहिए। इससे आपको राहत मिल सकती है।

    कहा तो ये भी जाता है कि, ताली बजाने से बच्चों की याददाश्त में बढ़ोतरी होती है। बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है साथ ही उनकी हैंडराइटिंग भी इससे सुधरती है।

    एक्सपर्ट के अनुसार, हमारा शरीर में कई सारे एनर्जी प्‍वाइंट होते हैं। ताली बजाने से वे जल्दी से उत्तेजित होते हैं। ऐसे में एनर्जेटिक रहने के लिए रोजाना 10-15 मिनट तक ताली बजाएं।

    एक्यूप्रेशर के प्राचीन विज्ञान के मुताबिक शरीर के मुख्य अंगों के दबाव केन्द्र पैरों और हथेलियों के तलवों पर हैं। अगर इन दबाव केन्द्रों की मालिश की जाए तो यह कई बीमारियों से राहत दे सकते हैं।