Heater Harmful Effect
कमरे में रातभर रूम हीटर चलाकर सोना हो सकता है जानलेवा

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नवभारत डिजिटल डेस्क: भारत (India) के दिल्‍ली-एनसीआर (Delhi-NCR) समेत पूरे उत्तर और पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम (Weather) का मिजाज बदलने लगा है। ठंड के मौसम ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। ठंड से बचने के लिए लोग तरह-तरह के इंतजाम में जुट गए हैं। गर्म कपड़े, अलाव के लिए लकड़ियों की व्यवस्था और रूम हीटर जैसी चीजें लेने लगे हैं। वैसे भी उत्तर भारत में ठंड जब अपने चरम पर होती है तो कई दिनों तक लोगों को सूर्य देवता का दर्शन तक नहीं होता। 

ऐसे में ठंड से बचने के लिए इन सभी चीजों का पास में होना बेहद जरूरी माना जाता है। लेकिन रूम हीटर और अंगीठी जैसी इन चीजों का उपयोग सही तरीकों से नहीं किया गया तो वो मौत का कारण भी बन सकती है। चलिए हम आपको बताते हैं रूम हीटर और अंगीठी को रात या दिन के वक्त चलाकर सोने से होने वाले नुकसान और उससे बचने का उपाय। 

हीटर और अंगीठी जलाने पर क्या होता है?

ठंड के मौसम में कई बार लोग रूम हीटर और अंगीठी को चलाकर सो जाते हैं। जो बेहद खतरनाक हो सकता है। इसका कारण है कि जब हीटर को रातभर चलाकर रखा जाता है तो उसके कारण कमरे में ऑक्सीजन का लेवल कम होने लगता है। इसके साथ ही कमरें में कार्बन मोनोआक्साइड बढ़ने लगती है। जिसके कारण नींद में सो रहे लोगों के शरीर में सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है। परिणाम ये होता है कि कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर में प्रवेश कर जाता है और खून की सप्लाई ठीक से नहीं हो पाती है। ऑक्सीजन अगर मस्तिष्क तक नहीं पहुंचता है तो ब्रेन हेमरेज हो सकता है और मौत भी हो सकती है। 

हो सकते हैं अंधे

रिपोर्ट के मुताबिक, अगर रूम हीटर और अंगीठी अधिक देर तक चलता है तो उससे कमरे में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है। जिसका प्रभाव शरीर के विभिन्न अंगों पर पड़ता है, जिनमें हमारी आंख भी शामिल है। कमरे में हीटर के देर तक चलने से जहां ऑक्सीजन की कमी होती है वहीं नमी भी खत्म हो जाती है, जिसके कारण आंखों में ड्राइनेस आ जाता है और फिर जलन या खुलजी महसूस होने लगती है। अगर इंफेक्शन ज्यादा बढ़ गया तो इंसान के आंखों की रोशनी तक जा सकती है। 

इन लोगों को नहीं करना चाहिए इस्तेमाल

ठंड में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर कोई शख्स अस्थमा, साइनस, ब्रोंकाइटिस और सांस की बीमारी से ग्रसित है तो उसे कतई हीटर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा बुजुर्गों को भी इससे दूर रखना चाहिए क्योंकि उन्हें भी सांस लेने कि समस्या हो सकती है। सांस के मरीजों के हीटर इस्तेमाल कई मामले में खतरनाक परिणाम देखने को मिले हैं। 

इसे कभी ना करें नजरंदाज 

अगर आपके कमरे में हीटर और अंगीठी चल रहा है और अचानक से आपको असहज लगे या फिर मतली आने लगे, पेट में अचानक दर्द होने लगे तो तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि इस तरह के लक्षण ये दर्शाते हैं कि आपके कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल बढ़ गया है। तुरंत उठकर आपको हीटर बंद कर देना चाहिए और कमरे के दरवाजे को भी खोल देना चाहिए। उसके बाद परिवार के जो अन्य सदस्य हैं उन्हें लेकर कमरे के बाहर थोड़ी देर के लिए निकल जाना चाहिए।

इससे आपके कमरे में ऑक्सीजन का लेवल फिर से सामान्य हो जाएगा। वैसे तो बाजार में अब कई प्रकार के हीटर मिल रहे हैं जिसमें ऑक्सीजन के लेवल को बरकरार रखने का दावा किया जाता है, लेकिन फिर भी ऐसी चीजों को लेने से पहले उसकी जांच-पड़ताल अच्छे से कर लें। 

डिस्क्लेमर: आर्टिकल में दी गई सलाह और जानकारी सिर्फ सामान्य सूचना के लिए दी गई है और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।