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पपीता के नुकसान

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: ‘पपीता’ (Papaya) एक ऐसा फल हैं। जो सालों भर आपको मार्केट में आसानी से मिल जाएगा। पपीता सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह कब्ज को दूर करता है और वजन कम करने में मदद कर सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि रोजाना एक कटोरी पपीता खाना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें कई ऐसे न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर की कई जरूरतों को पूरा करते हैं।

ऊर्जा, फैट, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, मैंगनीज, कॉपर, सेलेनियम, विटामिन-A,  B,  C,  B6,  E, फोलेट थायमिन, बीटा कैरोटीन, नियासिन आदि से भरपूर होता है पपीता। यह ना सिर्फ पाचन शक्ति को दुरुस्त (Papaya Benefits) रखता है, बल्कि वजन घटाने से लेकर हार्ट डिजीज, डायबिटीज, कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्याओं को होने से भी रोकता है। आयुर्वेद के अनुसार कुछ बीमारियों में पपीता जहर का काम करता है। ऐसे में आइए जानें किन बीमारी वालों को पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसी महिलाएं जो प्रेग्नेंट हैं, उन्हें पपीते को न खाने की सलाह दी जाती है। रोजाना पपीता खाना गर्भपात की वजह भी बन सकती है। कई रिसर्च में भी इसका पता चला है कि घर प्रेग्नेंसी के दौरान महिला पपीता खाते है तो पेट में बच्चे को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।  

जिन लोगों किडनी की बीमारी है या किडनी में पथरी की शिकायत है उन्हें पपीता नहीं खाना चाहिए।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, पपीता में विटामिन-C होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। पथरी के मरीज हैं और पपीता खाते हैं तो आपकी समस्या बढ़ सकती है। पपीता खाने से ऑक्सलेट की समस्या बढ़ सकती है।

आयुर्वेद के अनुसार, अगर आप रोज-रोज पपीता खाते हैं तो यह पेट को कमजोर बना देता है। इससे पाचन बिगड़ सकता है। पपीता को रोजाना खाने से आप बीमार पड़ सकते है। इसलिए हफ्ते में एक या दो बार ही पपीता खाना सेहत के लिए ठीक होता है।

लेटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों को पपीते से भी एलर्जी हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पपीते में चिटिनासेस नाम कएंजाइम होता है। ये एंजाइम बॉडी में क्रॉस-रिएक्शन बनता है। इससे छींकने, सांस लेने में कठिनाई, खांसी और आंखों में पानी आने जैसी समस्या हो सकती है।

पपीता खाने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है, लेकिन अगर आप पहले से ही अनियमित दिल की धड़कन की समस्या से जूझ रहे हैं तो पपीता आपके लिए हानिकारक हो सकता है।  स्टडी के मुताबिक, पपीते में कुछ मात्रा में साइनोजेनिक ग्लाइकोसाइड पाया जाता है। ये एमिनो एसिड पाचन तंत्र में हाइड्रोजन साइनाइड बना सकता है। बहुत ज्यादा मात्रा में पपीता खाने से अनियमित दिल की धड़कन वाले मरीजों की समस्या और बढ़ सकती है।