सीमा कुमारी
इस साल ‘धनतेरस’ (Dhanteras) का पावन पर्व 02 नवंबर, मंगलवार को है।ज्योतिषियों के मुताबिक, धनतेरस का पर्व सुख, समृद्धि और आरोग्य का पर्व है। इस दिन लोग सोना, चांदी, आभूषण, वाहन, घर, प्लॉट आदि चीजों की खरीदारी करने की एक विशेष परंपरा है। कहते हैं कि, इससे धनतेरस का महत्व 13 गुना बढ़ जाता है।
लेकिन, इस खरीदारी में एक सबसे रोचक और महत्वपूर्ण चीज झाड़ू भी है। इसकी खरीदारी से घर की दरिद्रता दूर होती है और घर में लक्ष्मी जी का वास होता है। इस दिन प्रदोष काल में तेल का दीपक घर के बाहर दक्षिण दिशा में जला कर रखने से काले संकट रोग शोक भय दुर्घटना या अकाल मृत्यु से जातक को बचाव होता है।
‘सिद्धि योग’ में धनतेरस पर इसके लिए खरीदारी 13 गुना अधिक लाभ देने वाली मानी जाती है. इसके अलावा 4 नवंबर को ‘चित्रा नक्षत्र’ और ‘प्रीति योग’ में दीवाली मनाई जाएगी। इस दिन तुला राशि में एक साथ चार ग्रहों की युति से इस दिन की मां की महत्ता और भी बढ़ गई है। इस राशि के सूर्य चंद्रमा मंगल और बुध के संचार से श्रद्धालुओं के ऊपर धन, वैभव की अधिष्ठात्री माता लक्ष्मी की असीम कृपा बनी रह सकती है।
पंडित दिनेश कुमार मिश्र के अनुसार, ‘भगवान धन्वंतरि’ अमृत-कलश लेकर अवतरित हुए थे। इसलिए कलश के प्रतीक के रूप में लोग पीतल के बर्तन खरीदते हैं और अमृत में ऐसी औषधियां हैं जो आरोग्य प्रदान करती हैं। उनके मुताबिक, धनतेरस पर धनिया के बीज खरीदने की भी एक ख़ास परंपरा है क्योंकि इसमें औषधीय गुण होते हैं। अगर आप चाहते है कि, धन, वैभव की देवी माता लक्ष्मी की असीम कृपा आप पर सदैव बनी रहे तो, ऐसे में आप इन चीजों को अपने घर अवश्य लाए।