Shawwal Moon

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मुंबई. देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) समेत कई बड़े शहरों में शव्वाल महीने का चांद (Shawwal Moon) नजर आ गया है। बुधवार शाम करीब सवा सात बजे ईद के चांद का दीदार हुआ। गुरुवार यानी 11 अप्रैल को धूमधाम के साथ देशभर में ईद-उल-फितर (Eid-ul-fitr) का त्योहार मनाया जाएगा। जामा मस्जिद की चांद कमेटी ने थोड़ी देर पहले ही चांद नजर आने का ऐलान किया है। मुंबई चांद देखने के बाद मुस्लिम भाइयों ने एक-दूसरों को बधाई भी दी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईद का चांद दिखने के बाद सभी देशवासियों को ईद-उल-फितर की मुबारकबाद दी है। ईद-उल-फितर की सबसे खास बात है कि इस त्योहार की तारीख हिजरी कैलेंडर की वजह से साल-दर-साल बदलती रहती है। यह कैलेंडर चांद पर आधारित होता है। इसमें दिनों की गिनती चांद की घटती-बढ़ती चाल के अनुसार की जाती है।
 
खुशियों और भाईचारे का त्योहार ईद
ईद का त्योहार खुशियों और भाईचारे का त्योहार है। इस दिन मुस्लिम लोग सुबह ईद की नमाज पढ़ते हैं। इसके बाद एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाई देते है। इसके साथ ही एक-दूसरों के घर जाकर मुंह मीठा भी किया जाता है। 

मीठे में ईद के दिन के लिए खास सेवइयां, खीर और तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए जाते हैं। इस्लामिक धर्म के अनुसार ईद मनाने से पहले मुसलमानों के लिए चांद देखना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि शरीयत में अपनी आंखों से देखने और गवाही से ही सबूत का एतबार है।

इसलिए शब-ए-बारात, शब-ए-कद्र, ईद और ईद-उल-अजहा जैसे पर्व से पहले लोग चांद देखते हैं। इस्लाम में इस्लामी रूयत-ए-हिलाल यानी नया चांद देखने की पारंपरिक परंपरा है, जो कई सालों से चली आ रही है।