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    -सीमा कुमारी

    इस साल पितृपक्ष 10 सितंबर से शुरू है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब किसी प्रिय की मौत होती है तो वह पितृदेव का रूप धारण कर लेते हैं और अपने वंशजों की रक्षा करते हैं। और पूर्वज भी अपने वंशजों से सम्मान चाहते हैं। लेकिन वंशज उनकी पूजा न करें या तिरस्कार करें तो वह नाराज हो जाते हैं। अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में हम जानेंगे कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जो पितृ के नाराज होने का संकेत देते हैं।  

    ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी शादी में बाधाएं आ रही हैं या शादी की बात बनते-बनते बिगड़ जाती है या वैवाहिक जीवन में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है तो यह पितृदोष का एक कारण हो सकता है।  

    मान्यता है कि पितृ नाराज रहते हैं, तो जीवन में आकस्मिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। जातक को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।

    अगर, कोई भी काम करते समय उसमें बाधा आ रही है, या मेहनत के बावजूद भी आपके काम सफल नहीं हो पा रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आपके पितर आपसे क्रुद्ध हैं, असंतुष्ट हैं।

    घर में पितरों की हंसती -मुस्कुराती तस्वीर लगाने के पितर खुश होते हैं। लेकिन, ध्यान रहे कि पितरों की तस्वीर घर की दक्षिण-पश्चिम दीवार या कोने में लगानी चाहिए। इससे पितरों का खास आशीर्वाद मिलता है।

    माना जाता है कि पितरों के खास दिन जैसे उनकी जयंती और बरसी जरूर मनानी चाहिए इससे पितर प्रसन्न होते है। पितरों के इन खास दिनों पर गरीब और जरूरतमंदों को दान जरूर करें,  इसके अलावा, गो-दान करें,  पितरों की शांति के लिए अनुष्ठान करना चाहिए। कौवों को भोजन देना चाहिए।इससे पितरों की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।