-सीमा कुमारी
हिन्दू धर्म में जन्माष्टमी महापर्व का बड़ा महत्व है। सम्पूर्ण भारत में ‘कृष्ण जन्माष्टमी’ का त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महापर्व 30 अगस्त, सोमवार को मनाया जाएगा।धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु जी ने धर्म की स्थापना के लिए श्रीकृष्ण के रूप में जन्म लिया था। इस दिन व्रत धारण कर श्रीकृष्ण का स्मरण करना अत्यंत फलदाई माना जाता है।
शास्त्रों के मुताबिक, जन्माष्टमी के व्रत को व्रतराज भी कहा गया है। भविष्य पुराण में इस व्रत के सन्दर्भ में उल्लेख है कि जिस घर में यह देवकी-व्रत किया जाता है वहां अकाल मृत्यु, गर्भपात, दुर्भाग्य और कलह नहीं होती है। जो एक बार भी इस व्रत को करता है वह संसार के सभी सुखों को भोगकर विष्णुलोक में निवास करता है।
इस दिन श्रीकृष्ण के भक्त उनकी आराधना में उपवास रखते हैं। घरों में बाल गोपाल की पूजा होती है। उनके लिए झूले सजाएं जाते हैं। हालांकि बाल गोपाल की पूजा में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आइए जानें ये बातें…
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस घर में लड्डू गोपाल हों, उन्हें प्याज, लहसुन और मांस नहीं पकाना चाहिए। अगर आप इन चीजों का सेवन करना नहीं छोड़ सकते तो श्रीकृष्ण का प्रसाद बनाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। कहते है कि, बाल गोपाल की पूजा और भोग लगाएं बिना खाना नहीं खाना चाहिए। उन्हें भोग लगाने के बाद भोजन करना चाहिए।
- जिस तरह आप रोज स्नान करते हैं, उसी तरह लड्डू गोपाल को भी रोजाना पंचामृत, दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल से स्नान करनाएं। इसके लिए शंख का इस्तेमाल करें क्योंकि उसमें देवी लक्ष्मी का वास होता है। स्नान करवाने के बाद उस पानी को तुलसी के पौधे में विसर्जित कर दें। इन नियमों का पालन करने से भगवान कृष्ण की असीम कृपा भक्तों पर सदैव बनी रहती है।
- शास्त्र के मुताबिक, अगर आप कहीं बाहर जा रहे हैं तो लड्डू गोपाल को घर में अकेला ना छोड़ें बल्कि उन्हें साथ लेकर जाएं। इसके अलावा भगवान लड्डू गोपाल के सोने के लिए भी खास आसन तैयार करें।
- सुबह और शाम के दोनों वक्त लड्डू गोपाल की आरती और भोग लगाना जरूरी होता है।
- शुभ अवसर और त्योहार पर उन्हें नए कपड़े और पकवान का भोग जरूर लगाएं।
- लड्डू गोपाल को जब-जब भोग लगाएं तब-तब उनकी आरती भी करें। साथ ही लड्डू गोपाल के पास श्री राधा रानी की प्रतिमा जरूर रखें। शास्त्रों के अनुसार, दिन में 4 बार श्रीकृष्ण की आरती करें।
- लड्डू गोपाल का रोज श्रृंगार करें और चंदन का टीका लगाएं। इसके बाद फिर उनकी नजर भी उतारें।