shiv
File Photo

    Loading

    -सीमा कुमारी

    भगवान शिव की उपासना का महापर्व सावन के महीने में सोमवार व्रत (Sawan Somwar Vrat) का बड़ा महत्व है। इस वर्ष सावन माह का तीसरा सोमवार 1 अगस्त को है।

    पंचांग के अनुसार, तीसरे सोमवार पर खास संयोग बन रहे हैं। सावन के तीसरे सोमवार के दिन ही ‘विनायक चतुर्थी’ पड़ रही है। इसके अलावा भी कई योग बन रहे हैं। तो आइए जानें इस साल सावन माह का तीसरा सोमवार क्यों इतना खास है –

    इस बार सावन का तीसरा सोमवार 1 अगस्त 2022 को है। इसी दिन सावन माह की ‘विनायक चतुर्थी’ भी है। इसके अलावा, इस दिन शिव योग और ‘रवि योग’ का संयोग बन रहा है। ऐसे में इस दिन पूजा करने से शिवजी के साथ भगवान गणेश की भी कृपा प्राप्त होगी।

    पूजन विधि

    सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव की आराधना विशेष रूप से की जाती है। सावन सोमवार के दिन सबसे पहले जल्दी उठकर नित्य क्रिया करते हुए स्नान करें और स्वच्छ कपड़े धारण कर लें। इसके बाद घर पर बने मंदिर में रखी भगवान शिव की प्रतिमा के सामने हाथ जोड़ कर व्रत का संकल्प लें।

    इसके बाद अपने घर के समीप किसी शिव मंदिर जाकर वहां पर शिवलिंग का गंगाजल, दूध और पंचामृत से जलाभिषेक करें। फिर भगवान शिव को अर्पित किए जाने वाली सभी पूजा सामग्री को भोलेनाथ को चढ़ाएं।

    आखिर में भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा के नीचे घी का दीपक जलाकर पूजा-पाठ शुरू करें। दीपक अर्पित करने के बाद सावन सोमवार व्रत की कथा पढ़ें।

    पूजा के दौरान भगवान शिव के अलग-अलग मंत्रों का उच्चारण करना भी जरूरी होता है और अंत में भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।

    अगर आप सावन का व्रत रखतें हैं तो इस दिन सुबह जल ग्रहण करने के बाद आप एक कप चाय के साथ मूंगफली या मखाने भूनकर खा सकते हैं, या कुछ ड्राइ फ्रूट्स भी ले सकते हैं। इन चीजों का सेवन करने से आपको भूख भी नहीं लगेगी। आप चाहें तो स्‍नैक्‍स के तौर पर थोड़े से ड्राईफ्रूट्स भी ले सकते हैं।