‘इस’ शनि अमावस्या को लगेगा सूर्य ग्रहण, इन राशि के जातक रहें सावधान

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: इस साल का आखिरी और दूसरा सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष महीने की अमावस्या के दिन लगेगा। सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा, जो दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा।

    सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय और वैज्ञानिक महत्व है। सूर्य ग्रहण को अशुभ घटना माना जाता है। ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। सूर्य का संबंध आत्मा, पिता और उच्च पद से भी होता है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) के दौरान मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।

    साल 2021 का यह आखिरी सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, जिसके कारण यहां सूतक काल मान्य नहीं होगा। शनि अमावस्या पर लगने वाला यह ग्रहण उपच्छाया ग्रहण होगा। पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है। सूर्य ग्रहण के प्रारंभ होने से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है।

    इन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव

    माना जा रहा है कि इस सूर्य ग्रहण का सिंह, मकर और कुंभ राशि वालों पर प्रभाव पड़ेगा।

    ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक सूर्य देव, शनि देव के पिता है। शनि और सूर्य से जुड़ी राशियों को इस दिन विशेष सावधानी बरतनी होगी।

    मकर राशि के स्वामी शनि देव है। शनि देव इन जातकों की राशि में विराजमान हैं। शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। ऐसे में धन, सेहत और दांपत्य जीवन को लेकर सावधानी रहें। परिवार में शांति बनाए रखें।

    शनि देव कुंभ राशि के भी स्वामी हैं। कुंभ राशि के जातकों पर भी शनि की साढ़ेसाती चल रही है। सेहत के प्रति अलर्ट रहें। अपनी योजनाओं को लेकर सतर्क रहें।  कर्ज देने और लेने से बचें।

    सूर्य ग्रहण के दौरान सिंह राशि वालों को सेहत का ध्यान रखना होगा। वाहन आदि चलाते समय सावधानी बरतें। वाणी को खराब न होने दें। संयम से काम लें।