इस दिन है ‘चंद्र ग्रहण’, इस सदी का सबसे खास होगा यह ग्रहण, जानिए कैसे

    Loading

    -सीमा कुमारी

    साल 2021 का अंतिम और दूसरा चंद्र ग्रहण (Last lunar eclipse of 2021) शुक्रवार, 19 नवंबर को लगने जा रहा है। यह ‘चंद्र ग्रहण’ सदी का सबसे लंबे समय तक रहने वाला चंद्रग्रहण बताया जा रहा है।

    ज्योतिष के मुताबिक, चंद्र ग्रहण का बहुत महत्व होता है। धर्मशास्त्रों में ग्रहण को अशुभ माना गया है। मान्यता है कि, ग्रहण के समय में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। खगोल वैज्ञानिकों का मानना है कि 19 नवंबर 2021 को लगने वाला यह चंद्रग्रहण 580 वर्षों के बाद सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। आइए जानें 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगने वाले इस चंद्र ग्रहण के बारे में कुछ रोचक बातें:

    रिपोर्ट्स के अनुसार, साल का आखिरी चंद्रग्रहण कहां-कहां और किस वक्त दिखेगा, ये लोकेशन और टाइम ज़ोन पर निर्भर करेगा। भारत में चंद्र ग्रहण का समय दोपहर 12 बजकर 48 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 17 मिनट तक है। इस आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि करीब 3 घंटे 29 मिनट की होगी।

    ज्योतिष के अनुसार, उपच्छाया चंद्र ग्रहण के कारण भारत में यह दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।

    रिपोर्ट्स की मानें, तो इससे पहले इतनी लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण 18 फरवरी 1440 को लगा था। अब भविष्य में चंद्र ग्रहण की ऐसी घटना 8 फरवरी 2669 में देखने को मिल सकती है। खगोलविदों का मानना है कि, धरती से चंद्रमा की अधिक दूरी होने के कारण आगामी चंद्र ग्रहण की अवधि लंबी होने वाली है।

    शुक्रव्रार, 19 नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में मणिपुर की राजधानी इंफाल और उसकी सीमाओं से लगे इलाकों से देखा जा सकता है। असम या अरुणाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों से भी ये चंद्र ग्रहण दिखाई दे सकता है। हालांकि, चंद्र ग्रहण यहां भी पूरी तरह दिखने की बजाए एक हल्की सी रेखा के रूप में ही नजर आएगा। 19 नवंबर के बाद अगला चंद्र ग्रहण 8 नवंबर, 2022 में देखने को मिलेगा।