खडसे एनसीपी में हुए शामिल, पवार की मौजूदगी में ली सदस्यता

  • फ़िलहाल मंत्री पद नहीं

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मुंबई. बीजेपी ‍(‍‍BJP) के बागी नेता एकनाथ खडसे (Eknath Khadse) शरद पवार (Sharad Pawar) की पार्टी एनसीपी (NCP) में आधिकारिक रूप से शामिल( join) हो गए हैं. एनसीपी के पार्टी ऑफिस में आयोजित एक ख़ास कार्यक्रम में खडसे ने पवार की मौजूदगी में प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर पवार के अलावा एनसीपी सांसद प्रफुल पटेल, सुप्रिया सुले, सुनील तटकरे, प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल, छगन भुजबल, अनिल देशमुख, जीतेन्द्र अहवाड समेत कई नेता मौजूद थे. 

बीजेपी में नहीं मिला सम्मान 

एनसीपी में शामिल होने की खडसे को ख़ुशी तो थी, लेकिन साथ ही बीजेपी छोड़ने का दर्द भी उनके चेहरे पर साफ़ दिखाई दे रहा था. उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्त्ता और नेता के रूप में उन्होंने बीजेपी के लिए 40 वर्षों तक काम किया, लेकिन पिछले 4 वर्षों के दौरान उन्हें काफी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा. खडसे ने कहा कि अब बीजेपी के नेता उनके पार्टी छोड़ने पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जबकि पार्टी के अन्दर जब उनके ऊपर अत्याचार हो रहा था. उस समय सभी चुप थे. उन्होंने एनसीपी में शामिल होने का मौका देने के लिए पार्टी अध्यक्ष शरद पवार का शुक्रिया अदा किया. 

नाथा भाऊ दिखाएं अपनी ताकत  

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने नाथा भाऊ (खडसे) का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से जलगांव समेत उससे सटे इलाकों में हमारी स्थिति मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि खडसे एक अनुभवी नेता हैं और उनके मार्गदर्शन से पार्टी को फायदा होगा, पवार ने खडसे से कहा कि वे जलगांव जाकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करें, ताकि बीजेपी को पता चल सके नाथा भाऊ में कितनी ताकत है.  

पवार और खडसे की क्लोज डोर मीटिंग 

एकनाथ खडसे के एनसीपी में औपचारिक रूप से शामिल होने के पहले पार्टी अध्यक्ष शरद पवार की उनके साथ क्लोज डोर मीटिंग हुई. सूत्रों के मुताबिक़ पार्टी में शामिल होने के बाद खडसे की भूमिका को लेकर पवार ने उनसे ख़ास चर्चा की. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी में शामिल होने के बाद खडसे को महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (मविआ ) सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि शरद पवार ने साफ़ किया है कि फ़िलहाल मविआ सरकार में मंत्रिमंडल में विस्तार की कोई योजना नहीं है. ऐसे में खडसे के तुरंत मंत्री बनने के कयासों पर विराम लग गया है. ऐसी रिपोर्ट है कि खडसे को पहले एनसीपी कोटे से विधान परिषद का सदस्य बनाया जा सकता है. इसके बाद ही उनके मंत्री बनने को लेकर आगे विचार किया जाएगा.