मुंबई. कुछ महीने पहले लग रहा था कि अब कोरोना (Corona) का संकट खत्म होने वाला है, लेकिन अचानक से आई कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave) ने सभी की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। हालात इतने बिगड़ गए है कि फिर एक बार लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की स्थिति पैदा हो गई है। पिछले एक महीने में कोरोना के एक्टिव मरीजों (Active Patients) की संख्या में 37 हजार की वृद्धि हो गई है। जिसका असर अस्पतालों (Hospitals) में बेड (Beds) की उपलब्धता पर पड़ने लगा है।
मुंबई में 1 मार्च को कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 9 हजार 960 रह गई थी। जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा था, अब 29 मार्च को यह संख्या बढ़कर 47 हजार 453 पहुंच गई है। जिससे साफ होता है कि अस्पताल में 37 हजार 763 सक्रिय मरीज बढ़ गए है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जिस तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है वह कोरोना महामारी की शुरुआत के समय से और भी भयावह बनती जा रही है।
रोजाना मिल रहे हैं बड़ी संख्या में मरीज
रोजाना 6 से 7 हजार नए मरीज सामने आ रहे है। मरीजों की बढ़ती संख्या से अस्पतालों में बेड की उपलब्धता को लेकर चिंता जताई जाने लगी है। यही कारण है कि मनपा कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने निर्देश दिया कि जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं है उन्हें अस्पताल में न भर्ती किया जाए। इतना ही नहीं निजी अस्पतालों को भी निर्देश दिया कि कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बेड मनपा के वार्ड वॉर रूम से अनुमति लेने के बाद ही दिया जाए।
इस प्रकार बढ़े एक्टिव मरीज
- 1 मार्च 9690
- 15 मार्च 14582
- 25 मार्च 33961
- 29 मार्च 47453