75 एमएलडी पानी का दावा हवा-हवाई

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  • मीरा-भायंदर की जलापूर्ति में ‘झोल’ का घोल 
  • एमआईडीसी बोली- मंजूर है सिर्फ 40 एमएलडी पानी 
  • 125 नहीं, 90 एमएलडी पानी ही मंजूर
  • मनपा चुनाव 2017 से पहले भाजपा ने अतिरिक्त पानी लाने का किया था दावा
  • मार्च से पानी की फिर से किल्लत शुरू
  • अगस्त से यह किल्लत और बढ़ गई
  • 80-90 घंटे के अंतराल पर आ रहा पानी
  • सत्ता के लिए भाजपा ने जनता की भावना से किया खिलवाड़

अनिल चौहान

भायंदर. मीरा-भायंदर को महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामण्डल (एमआईडीसी) से मिलने वाले पानी में झोल का घोल है. मीरा-भायंदर मनपा चुनाव 2017 से ठीक पहले भाजपा ने 75 एमएलडी अतिरिक्त पानी लाने का दावा किया था. पानी भी बढ़ा है कह कर नया कनेक्शन देना चालू कर दिया गया. लेकिन मार्च से पानी की फिर से किल्लत शुरू हो गई. अगस्त से यह किल्लत और बढ़ गई है.

आरक्षित कोटे से अधिक मिल रहा पानी

इस पर एमआईडीसी ने स्पष्ट किया है कि शहर को 125 नहीं, बल्कि 90 एमएलडी पानी ही मंजूर है. बताते चलें कि एमआईडीसी से पहले ही 50 एमएलडी और स्टेम प्राधिकरण से 86 एमएलडी (कुल 176 एमएलडी) पानी शहर को मिलता था. महापौर ज्योत्स्ना हसनाले के पत्र के जवाब में एमआईडीसी ने कहा है कि मीरा- भायंदर को 115 एमएलडी पानी मंजूर है, जिसमें से अस्थाई रूप से मंजूर 25 एमएलडी पानी इसी साल मार्च से बंद है. मीरा-भायंदर मनपा अपने कोटे का 90 एमएलडी पानी बिना बुस्टिंग किये उठा सकती है.एमआईडीसी ने यह भी बताया है कि मीरा-भायंदर को 90 की जगह 99.21 एमएलडी पानी प्रतिदिन मिल रहा है.

जलापूर्ति अभियंता ने दी झूठी जानकारी  

इसके उलट जलापूर्ति अभियंता सुरेश वाकोडे ने महापौर को 125 एमएलडी पानी एमआईडीसी से मंजूर होने की जानकारी दी है. वाकोडे ने टिप्पणी में कहा है कि जुलाई तक एमआईडीसी से 110 से 115 एमएलडी पानी मिल रहा था. अब सवाल उठता है कि जब पहले जितना पानी मिल ही रहा है तो जल संकट कैसे पैदा हो गया?

पाइप फटने से गहराया जल संकट 

वाकोडे ने कहा कि अगस्त से 90/95 एमएलडी पानी आ रहा है. अक्टूबर में पाइप लाइन फूटने और उसके ठीक बाद 12 घंटे बिजली आपूर्ति खंडित हो जाने से जल संकट गहराया है. दो-चार दिन में जलापूर्ति सामान्य हो जाएगी.

चुनाव जीतने भाजपा ने बोला झूठ

पानी संकट को लेकर कांग्रेस ने जलापूर्ति अभियंता सुरेश वाकोडे का घेराव किया. उसके बाद पत्रकार परिषद में जिलाध्यक्ष प्रमोद सामंत, गुट नेता जुबेर इनामदार, नगरसेवक अनिल सावंत ने संयुक्त रूप से आरोप लगाया कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा के  पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनता से झूठ बोला. इतना ही नहीं सत्तापक्ष व प्रशासन एमआईडीसी से 40 एमएलडी पानी की ही मंजूरी होने की बात जनता और जनप्रतिनिधियों से छुपाए रखी.हाल के दिनों में 80-90 घंटे के अंतराल पर पानी आ रहा है.टैंकर लॉबी भाजपा के नगरसेवकों की है.इसके खिलाफ कांग्रेस सड़क पर उतरेगी.

बंद पानी कराऊंगा शुरू 

सत्ता के लिए भाजपा ने ओछी राजनीति की.जनता की भावना से खिलवाड़ किया.पानी जैसी जीवनावश्यक जरूरत पर राजनीति ठीक नहींं है. उद्योग मंत्री सुभाष देसाई हमें हमारे हक का पानी देने का वादा कर चुके हैं.अस्थाई कोटे का बंद पानी फिर से शुरू कराऊंगा.साथ ही और ज्यादा पानी लाने का प्रयास भी करूंगा. -प्रताप सरनाईक, शिवसेना विधायक 

कांग्रेस बोल रही झूठ 

झूठ हम नहीं, बल्कि कांग्रेस बोल रही है. सिंचाई विभाग ने 125 एमएलडी पानी एमआईडीसी से देना मंजूर किया है. उसका जीआर भी हमारे पास है. एमआईडीसी कम पानी दे रही तो यह उसकी गलती है. अगर हम झूठ बोल रहे थे तो उस समय कांग्रेस सो रही थी क्या ?हम सही बोलते और करते हैं .- हसमुख गेहलोत,उपमहापौर (भाजपा)