Dharavi

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जी उत्तर विभाग में अब तक गई 397 की जान

मुंबई. एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी मानी जाने वाली धारावी कोरोना का हॉट स्पॉट बन कर उभरी थी. मुंबई व महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश की निगाहें धारावी पर टिकी हुई थी. उचित उपाय योजना के चलते अब धारावी कोरोना मुक्त होने की राह पर है, लेकिन धारावी से सटा दादर इलाका अभी भी डेंजर जोन बना हुआ है. धारावी वाला मनपा का जी उत्तर वार्ड कोरोना मरीजों की संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर है, लेकिन मरीजों की संख्या दोगुना होने की कालावधि बढ़ कर 61 दिन हो गई है. धारावी, दादर एवं माहिम को मिलाकर कोरोना से अब तक कुल 5378 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसमें से 397 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा है.धारावी में नए मरीजों का मिलना बिलकुल कम हो गया है उसके बावजूद विभिन्न अस्पतालों में 1347 मरीजों का इलाज किया जा रहा है. 

धारावी में नए मरीजों के मिलने की संख्या लगातार कम होती जा रही है. मंगलवार को धारावी में महज एक मरीज मिला था, बुधवार को नए मरीजों की संख्या तीन थी.गुरुवार को धारावी में 9 नए मरीज मिले हैं.  धारावी में जहां कोरोना काबू में है वहीं दादर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. बुधवार को दादर में 40 कोरोना पॉजिटिव मिले थे जबकि मंगलवार को यह संख्या 20 थी. गुरुवार को दादर में 23 एवं माहिम में 17 नए मरीज मिले हैं. पिछले 9 दिनों में दादर में कुल 213 नए मरीज मिले हैं,जबकि इस कालावधि में धारावी में नए मरीजों की संख्या 79 है.सबसे घनी झोपड़पट्टी में जहां कोरोना मरीजों की संख्या घट रही है वहीं दादर में मरीजों की संख्या बढ़ने से मनपा प्रशासन सकते में है.कोरोना ने वायरस शिवसेना भवन एवं मनसे प्रमुख राज ठाकरे के निवास कृष्ण कुंज तक अपनी पहुंच बना ली है. 

मनपा प्रशासन की तरफ से दादर में क्वारंटाइन सेंटर, चेस द वायरस, कांटैक्ट ट्रेसिंग सहित अन्य उपाय योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है. इसके बावजूद मरीजों की संख्या बढ़ने पर चिंता जताई जा रही है. मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में अब तक 87 हजार 513  कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं.मनपा का के -पूर्व वार्ड 5934 मरीजों के साथ पहले स्थान पर है, दूसरे नंबर पर पी -उत्तर वार्ड है जिसमें अब तक कुल 5382 मरीज मिले हैं. मनपा के जी -उत्तर वार्ड में मरीजों की संख्या 5378 है.इसमें से 3634 को अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है. 1347 मरीजों का इलाज अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है,जबकि 397 की मौत हुई है.

पहले हर रोज मिल रहे थे  70 से 80 नए मरीज

धारावी में एक समय ऐसा भी आया था जब हर रोज  70 से 80 नए मरीज मिल रहे थे.कोरोना का हॉट स्पॉट बने धारावी में स्वास्थ्य मंत्री, मनपा आयुक्त सहित केंद्रीय टीम ने भी दौरा किया था. धारावी में बड़े पैमाने पर कोरोना मरीजों के मिलने की वजह से मनपा प्रशासन,  स्वयंसेवी संस्थाओं, राज्य सरकार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कोरोना के खिलाफ संयुक्त मुहिम शुरु की. धारावी के लगभग 4 हजार घरों में सर्वे किया गया. मामूली लक्षण दिखने पर  क्वारंटाइन  किया गया. स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन का साथ दिया. क्वरंटाइन सेंटर में रह कर दवा लिया, जिसका अच्छा परिणाम देखने को मिला. 

धारावी की विधायक वर्षा गायकवाड़ शिक्षा मंत्री हैं. वर्षों से गायकवाड़ परिवार धारावी का प्रतिधिनित्व करता रहा है, इसकी वजह से सरकारी अमला कोरोना की रोकथाम के प्रयास में जुटा हुआ था. केंद्र सरकार की तरफ से मजदूरों को गांव जाने की छूट मिलने के बाद बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्यों में चले गए, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाना काफी हद तक आसान हो गया.सामाजिक संस्थाओं की तरफ से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का काम किया गया. क्वारंटाइन सेंटर में टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध करायी गयी. स्क्रीनिंग, आइसोलेशन,कांटैक्ट ट्रेसिंग पर मनपा प्रशासन ने अधिक ध्यान दिया.जिसकी वजह से कोरोना को रोकने में मदद मिली.

अभी भी एहतियात जरूरी

धारावी क्षेत्र में संयुक्त प्रयास से कोरोना को कंट्रोल करने में सफलता मिली है. इसमें मनपा कर्मियों एवं पुलिस जवानों की भूमिका महत्वपूर्ण है. सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने अपने अपने इलाकों में अथक प्रयास किया है. वैश्विक महामारी रोकने में सभी का सहयोग मिला है.अभी भी एहतियात बरतने की जरुरत है. बगैर मास्क लगाए कोई घर से बाहर नहीं निकले.

-हाजी बब्बू खान, नगरसेवक

धारावी घोषित हो ग्रीन जोन

वैश्विक महामारी रोकने में मनपा प्रशासन  जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक संस्थाओं का संयुक्त प्रयास सफल हुआ है, जिसकी वजह से धारावी में नए मरीज मिलने बहुत कम हो गए हैं.हमने अतिरिक्त मनपा आयुक्त जायसवाल से मांग की है कि इसे ग्रीन जोन घोषित किया जाय जिससे यहां के लोगों पर टंगा बेरोजगारी का संकट दूर हो सके.

-महेंद्र सालवे, महासचिव, मुंबई कांग्रेस

खतरा अभी टला नहीं है

धारावी से कोरोना के मरीजों के मिलने की संख्या बहुत कम हो गई है,लेकिन खतरा अभी टला नहीं है.लोगों को सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत जरुरी है.यहां यह कहना जरूरी है कि कोरोना कम हुआ है, खत्म नहीं हुआ है इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरुरत है.

-रमाकांत गुप्ता, उपाध्यक्ष, दक्षिण मध्य जिला बीजेपी

धारावी में था डर का माहौल

धारावी में कोरोना के संक्रमण की वजह से लोगों में डर का माहौल था.केंद्र सरकार की तरफ से टीम धारावी में आयी थी.केंद्रीय टीम ने मनपा को दिशा निर्देश दिया था. जिसकी वजह से धारावी में कोरोना पर अंकुश लगाया जा सका है.

-दीपक सिंह, भाजयुमो, धारावी