मेट्रो-3 के कारण डूबी मुंबई!, ड्रेनेज लाइन टूटने की आशंका

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  • विरोधी पक्ष नेता का आरोप

ओ पी तिवारी

मुंबई. दक्षिण मुंबई में बुधवार को बरसात में उन इलाकों में भी पानी भर गया जहां पहले कभी पानी नहीं भरता है. वानखेडे स्टेडियम से लेकर नरीमन पाईंट, मंत्रालय जहां किसी ने कभी  जलजमाव होते नहीं देखा था वहां जल जमाव होने से लोग हैरान हैं.  बीएमसी में विरोधी पक्ष नेता रवि राजा ने दक्षिण मुंबई में पानी जमा होने को लेकर नाला सफाई और मेट्रो के कार्य को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने आशंका व्यक्त किया कि अंडर ग्राउंड मेट्रो टनल निर्माण के समय ड्रेनेज लाइन को संभवतः नुकसान पहुंचा है. 

 बुधवार को हुई बरसात में दक्षिण मुंबई के अधिकांश इलाके पानी में डूब गए थे. घरों और दुकानों में पानी घुस गया था जिससे लोगों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है. रवि राजा ने बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को पत्र लिख कर नाला सफाई नहीं करने वाले ठेकेदारों को शोकाज नोटिस देकर ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है. रवि राजा ने आरोप लगाया है कि बीएमसी अधिकारियों ने ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए नाला सफाई में घोटाला करने की खुली छूट दी. 4 दिन की बरसात में मुंबई के 7 जोन के बड़े नाले भरे हुए थे. जिस गति से स्ट्राँम वाटर ड्रेनेज लाइन से पानी निकासी होनी चाहिए थी, नहीं हुई. 

बांंद्रा तो उससे भी लो लेवल का क्षेत्र है वहां क्यों नहीं पानी भरा?

उन्होंने दक्षिण मुंबई में बरसात के कारण पहली बार पानी भरने के लिए अंडर ग्राउंड मेट्रो को जिम्मेदार ठहराया. बीएमसी की ज्यादातर ड्रेनेज लाइन कई मीटर जमीन के नीचे से गई हैं. मेट्रो का कार्य भी जमीन के नीचे हो रहा है इसलिए ड्रेनेज लाइन टूटी और ब्लॉक हुई होंगी. इसकी भी जांच होनी चाहिए. मेट्रो-3 के  प्रवक्ता संजय करहाडे का कहना है कि यह संभव ही नहीं है कि मेट्रो के कारण जल भराव हुआ है. 100 साल बारिश के रिकॉर्ड का अध्ययन करने के बाद मेट्रो-3 की रुपरेखा बनी थी.  दक्षिण मुंबई में मेट्रो का टनल 23 से 29 मीटर जमीन के नीचे बन रहा है. बरसात के कारण दक्षिण मुंबई में पानी भरा तो बांंद्रा तो उससे भी लो लेवल का क्षेत्र है वहां क्यों नहीं पानी भरा? बांद्रा, धारावी में भी मेट्रो लाइन जा रही है. उन्होंने कहा कि बरसात से पहले बीएमसी इंजिनियर्स के साथ एमएमआरसीएल के इंजीनियर का संयुक्त निरीक्षण हुआ था. एमएमआरसीएल ने पानी निकासी के लिए जगह- जगह 400 पंप लगाए हैं. 300 वर्कर पंपों की देखरेख में लगे हैं.  ज्यादा बरसात के कारण पानी जमा हुआ न कि मेट्रो के कारण. 

बीएमसी चीफ इंजीनियर संजय दराडे (इंफ्रास्ट्रक्चर)  से हमारी बात हुई है. वे कह रहे हैं कि हम एमएमआरसीएल और एमएमआरडीए  के साथ जल्द ही संयुक्त निरीक्षण करने वाले हैं. बीएमसी अधिकारियों को भी ड्रेनेज लाइन टूटने अथवा ब्लॉक होने का संदेह है. संदेह नहीं होता तो संयुक्त निरीक्षण की क्या जरुरत थी.  -रवि राजा, विरोधी पक्ष नेता बीएमसी