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    मुंबई. गुजरात स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा (BJP)  को अपेक्षाकृत सफलता हासिल हुई है। सभी 6 महानगरपालिकाओं में भाजपा का महापौर (Mayor) बनना तय हो गया है, लेकिन आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को मिली अभूतपूर्व सफलता ने कांग्रेस (Congress) के साथ ही भाजपा की भी बेचैनी बढ़ा दी है। भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को इस बात का डर सताने लगा है कि मुंबई (Mumbai) सहित महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी आम आदमी पार्टी चुनावी खेल बिगाड़ सकती है। 

    सूरत महानगरपालिका चुनाव में आप ने कांग्रेस पार्टी को तीसरे नंबर पर धकेल कर मुख्य विपक्षी दल का रुतबा हासिल कर लिया है। सूरत में मिली सफलता के बाद आप ने मुंबई की तरफ ध्यान केन्द्रित किया है। हालांकि पार्टी के नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र की सभी महानगरपालिकाओं का चुनाव पार्टी गंभीरता से लड़ेगी।

    आप ने पाटीदार बहुल क्षेत्रों  में जीत दर्ज की

    सूरत महानगरपालिका में आप  ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को नुकसान पहुंचाया है। आप के उम्मीदवारों ने कांग्रेस की 90 प्रतिशत सीटों पर कब्जा जमाया है। आप उम्मीदवार पाटीदार बहुल क्षेत्रों  में जीत दर्ज की है। पाटीदार समाज आरक्षण को लेकर भाजपा से दूर हो गया था। पिछली बार कांग्रेस ने 36 सीटें जीती थीं। इस बार इनमें से 27 पर आप ने कब्जा जमाया है। हालांकि पाटीदार क्षेत्रों के अलावा आप को अन्य किसी क्षेत्र में जीत नहीं मिली है। गुजरात में मिली सफलता के बाद महाराष्ट्र के आप नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है।

    मुंबई में पर्याय बनेगी आप 

    आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव रुबेन मैस्करेनहास ने कहा है कि जनता को दिल्ली का मॉडल पसंद आ रहा है। पार्टी की मुंबई पर विशेष नज़र है, जनता विकल्प ढूढ़ रही है। कांग्रेस अब कहीं नहीं है, भाजपा को आप ही टक्कर देने की स्थिति में है। दिल्ली में कांग्रेस ने घुटने टेंक दिए, यही हाल गुजरात में भी है। महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना और एनसीपी की वैशाखी है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस भले ही प्रमुख विपक्षी दल है, लेकिन उसकी भूमिका न के बराबर है। 

    संगठन को मजबूत करने का काम किया जा रहा

    आप नेता मैस्करेनहास ने कहा कि हम तैयार हों या नहीं जनता तैयार है। मुंबई में संगठन को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। मुंबई के साथ ही नवी मुंबई, कल्याण-डोंबिवली, औरंगाबाद सहित अन्य महानगरपालिका का चुनाव भी पूरी ताकत से लड़ेगी।

    मुंबई में नहीं मिलेगी तवज्जो 

    महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ (नसीम) खान ने कहा है कि मुंबई में आप को तवज्जो नहीं मिलेगी। सूरत और मुंबई में बहुत अंतर है। मुंबई के मतदाता जागरूक हैं, अपना हित बखूबी समझते हैं। वे अपना वोट किसी वोट कटवा पार्टी को नहीं देंगे। मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी अपने बलबूते सत्ता प्राप्त करने के लिए चुनाव मैदान में उतरेगी। राज्य में आप का कोई वजूद ही नहीं है।

    भाजपा पर नहीं पड़ेगा असर 

    मुंबई भाजपा महासचिव संजय उपाध्याय ने कहा है कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन मुंबई  में आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने से भाजपा पर किसी तरह का असर नहीं पड़ेगा। उपाध्याय ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस के कमजोर होने से एक खालीपन तैयार हुआ था। जिसका फायदा आप को हुआ है। मुंबई में ऐसा नहीं है। मुंबई ही नहीं बल्कि राज्य के अन्य महानगरपालिकाओं के चुनाव में भी आप की वजह से भाजपा को नुकसान नहीं होगा।