पश्चिम रेलवे ने 18.25 लाख श्रमिकों को पहुंचाया घर

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मुंबई. लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए पश्चिम ने 1215 श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई. जिनके ज़रिये 18.25  लाख श्रमिकों ने यात्रा की.

मुंबई डिवीजन ने सबसे अधिक 706 ट्रेनें, अहमदाबाद डिवीज़न ने 256, वडोदरा डिवीज़न ने 99, भावनगर डिवीज़न ने 30, राजकोट डिवीज़न ने 117 और रतलाम डिवीज़न ने 6 श्रमिक विशेष ट्रेनों का परिचालन किया. 

गुजरात के सीएम ने की जीएम और टीम की सराहना 

गुजरात में अटके 14.56 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके गांव पहुंचाने पर  गुजरात के मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी ने पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल के कुशल नेतृत्व की सराहना की. इसके लिए मुख्यमंत्री ने पश्चिम रेलवे की ओर से चार मंडल रेल प्रबंधकों को गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया.पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने इस पूर्ण मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए पश्चिम रेलवे की टीम को बधाई देते हुए सभी 6 मंडल रेल प्रबंधकों तथा उनकी टीम की  सराहना की है. 

प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित

सीपीआरओ रविन्द्र भाकर  के अनुसार  गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों से 999 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाकर उनके गृहनगर पहुंचाया गया.इनमें 558 ट्रेनों को उत्तर प्रदेश, 223 को बिहार, 91 को ओडिशा और शेष ट्रेनों को अन्य राज्यों को भेजा गया.प श्चिम रेलवे के इस उत्कृष्ट कार्य के लिए रूपाणी ने जीएम आलोक कंसल के नेतृत्व में कार्यरत पूरी की ओर से अहमदाबाद मंडल के डीआरएम दीपक कुमार झा, राजकोट के डीआरएम परमेश्वर फुंकवाल,भावनगर के डीआरएम प्रतीक गोस्वामी और वड़ोदरा के डीआरएम देवेंद्र कुमार को गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया.इस अवसर पर गुजरात सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (श्रम और रोजगार) एवं अन्य राज्यों के मजदूरों के साथ विशेष श्रमिक गाड़ियों के समन्वयक विपुल मित्रा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.