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  • 35 हास्पिटल के प्रतिनिधि आए
  • 21 को फिर होगी सुनवाई

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नागपुर. मनपा द्वारा हाईकोर्ट को बताया गया था कि सिटी के 102 निजी अस्पतालों को कोविड हास्पिटल के रूप में परिवर्तित करने के लिए चुना गया था लेकिन केवल 39 अस्पताल ही कार्यरत हैं शेष 63 ने सेवा शुरू नहीं की थी. इस पर हाईकोर्ट ने मेयर संदीप जोशी की अध्यक्षता में एक 5 सदस्यीय समिति गठित कर अस्पतालों की समस्या व अड़चन जानने के लिए सुनवाई के निर्देश दिए थे. शनिवार को समिति ने 69 अस्पताल प्रबंधन के प्रतिनिधियों को सुनवाई में हाजिर रहने की सूचना दी थी लेकिन 26 अस्पताल के प्रतिनिधि पहुंचे ही नहीं.

इस पर समिति अध्य7 जोशी ने तीव्र नाराजी जताई और चेतावनी दी है कि वे 21 सितंबर को दोपहर 4 बजे सुनवाई में उपस्थित हों अन्यथा नोटिस जारी किया जाएगा. सुनवाई में आए 35 अस्पतालों के प्रतिनिधियों से उन्होंने कहा कि सिटी में हालात गंभीर हो सकते हैं इसलिए प्रत्येक अस्पताल कोविड हास्पिटल के रूप में सेवा देने की तैयारी रखें. सुनवाई के दौरान समिति उपायुक्त मिलिंद सालवे, मनपा के एडिशनल कमिश्नर राम जोशी, आईएमए अध्य7 डा. अर्चना कोठारी, निजी हास्पिटल के प्रतिनिधि डा. अनिल लद्दड, मनपा उपायुक्त व समिति सचिव मिलिंद मेश्राम उपस्थित थे.

50 हजार वेतन मांग रहीं नर्सें
सुनवाई के दौरान डाक्टरों ने भी अपनी समस्या सुनाई. उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी समस्या कोरोना काल में अस्पताल में कार्य करने वाले कर्मचारियों का है. कोविड काल में स्टाफ अधिक वेतन की मांग करते हुए इस्तीफा दे रहे हैं. नौकरी छोड़ने के बाद वे किसी दूसरे अस्पताल में भी काम नहीं कर रहे. नर्स 50-50 हजार रुपये वेतन की मांग कर रही हैं. इस पर समिति ने ऐसे कर्मचारियों की सूची समिति के सामने सादर करने को कहा. समिति का कहना है कि ऐसे कर्मचारियों की सेवा शासकीय आरोग्य यंत्रणा के माध्यम से ली जाएगी.

10 दिनों में बेड उपलब्ध करवाएंगे
कोविड हास्पिटल के रूप में कार्य कर रहे 63 अस्पतालों के डाक्टर्स ने भी अपनी अड़चने समिति के समक्ष रखीं. अपने अस्पतालों में उपलब्ध बेड की जानकारी दी और कहा कि 7 से 10 दिनों में वे कोविड के लिए मांगी गई बेड उपलब्ध करवाएंगे. समिति ने अस्पताल प्रबंधन से यह लिखित रूप में लिया है और अगर उस पर अमल हो रहा है या नहीं इसकी जांच समिति करेगी. समिति ने अस्पतालों की कुछ तकनीकी अड़चनों पर अपना निर्णय सुरक्षित रखा है.

संदीप जोशी ने कहा कि कोरोना संकट से हम सभी को आपसी समन्वय व सहयोग से मिलजुल कर लड़ना होगा. प्रत्येक अड़चनों का हल निकालने का प्रयास समिति द्वारा किया जाएगा. विदर्भ हास्पिटल एसोसिएशन ने भी अपनी समस्या समिति के समक्ष रखी. समिति सुनवाई के बाद अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश करेगी.