- 82 की पूर्व विदर्भ में मृत्यु
- 02 मरीजों की शुक्रवार को मौत
- 42 मरीज विभाग में मिले
नागपुर. कोरोना पीड़ित तथा कोरोना से स्वस्थ होने के बाद विविध बीमारियों से ग्रसित मरीजों में म्यूकोरमाइकोसिस का प्रादुर्भाव बढ़ता जा रहा है. नाक, कान सहित शरीर के अलग-अलग अवयवों को नुकसान पहुंचाने की वजह से मरीजों की तकलीफ भी बढ़ती जा रही है. इस बीच शुक्रवार को जिले में ब्लैक फंगस की वजह से 2 मरीजों की मौत हो गई है. इसके साथ ही अब तक कुल 77 मरीजों की मौत हो चुकी है. जबकि पूर्व विदर्भ में मृत्यु का आंकड़ा 82 पर पहुंच गया है.
शुक्रवार को जिन 2 मरीजों की मौत हुई है, वे निजी अस्पतालों में भर्ती थे. कोविड से रिकवर होने के बाद शरीर के विविध अवयव खराब होने से उनकी मौत हो गई. शुक्रवार को जिले में 27 और विभाग में 15 नये मरीज मिले हैं. अब विभाग में मरीजों की कुल संख्या 1,156 तक पहुंच गई है. भंडारा में शुक्रवार तक 9 मरीज मिले. गोंदिया में 33 मरीज मिले और 3 की मौत हुई. इसी तरह चंद्रपुर में 69 मरीज मिले और 1 की मौत हुई. वर्धा में 76 मरीज मिले और 1 की मौत हुई. विभाग में अब तक 812 मरीजों की सर्जरी हो चुकी है. इनमें से 750 जिले के हैं. वहीं 473 मरीजों सहित विभाग में 500 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है. विभाग में 533 मरीजों का इलाज जारी है जिनमें जिले के 439 मरीजों का समावेश है.
शासकीय स्तर पर इंजेक्शन का वितरण
दरअसल कोरोना से ठीक होने वाले उन मरीजों में ही ब्लैक फंगस की शिकायत सामने आ रही है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है. साथ ही मधुमेह सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं. इन मरीजों को एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन लगाया जा रहा है लेकिन इन दिनों यह इंजेक्शन बाजार में उपलब्ध नहीं है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंजेक्शन खरीद कर उपलब्ध कराया जा रहा है. विविध अस्पतालों में भर्ती 439 मरीजों के लिए 1,150 वॉयल खरीदे गए. इसके वितरण के लिए जिलास्तरीय टीम बनाई गई है जो आवश्यकता अनुसार इंजेक्शन का वितरण कर रही है. मेडिकल में 92 मरीज भर्ती थे जिनके लिए 239 वॉयल, मेयो के 41 मरीजों के लिए 104 व अन्य अस्पतालों में 319 मरीजों के लिए 1,150 एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन का वितरण किया गया.