- 43 का करना था निर्माण, 16 की कम्पनी ने दी स्वीकृति
नागपुर. केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत शहर में कुल 43 पानी की टंकियों का निर्माण किया जाना था. इसके अलावा मुख्य जलवाहिनियों का भी काम किया जाना था. योजना को अंजाम देने के लिए भारत सरकार के उपक्रम में शामिल कम्पनी मेसर्स वाप्कोस लि. को जिम्मेदारी सौंपी गई थी किंतु मनपा द्वारा निर्धारित समय के भीतर टंकियों के निर्माण के लिए जगह उपलब्ध नहीं कराई गई जिससे अब कम्पनी ने केवल 16 टंकियों का निर्माण करने की स्वीकृति दी है.
गुरुवार को होने जा रही मनपा की आम सभा में इस प्रस्ताव पर चर्चा होगी जिस पर सदन में मुहर लगने की भी आशा जताई जा रही है. इसके अलावा मनपा की सभा में शहर के गड्ढे, अंबाझरी उद्यान में तोड़े गए भवन और अन्य विषयों पर भी गहमागहमी होने की संभावना सूत्रों ने जताई.
मनपा को करना होगा बची टंकियों का निर्माण
उल्लेखनीय है कि मेसर्स वाप्कोस कम्पनी की ओर से केवल 16 टंकियों का निर्माण करने की स्वीकृति देने से अब बची टंकियों का निर्माण मनपा को करना होगा जिससे अमृत योजना के तहत इनका निर्माण खटाई में पड़ गया है. प्रस्ताव के अनुसार कम्पनी 16 टंकियों में से 11 का निर्माण डीपीआर की मूल कीमतों के अनुसार ही कर रही है जिनका कार्य चल रहा है.
अन्य 5 टंकियों की लागत 16 करोड़ आंकी गई है जिसमें जीएसटी का समावेश नहीं किया गया था. इन टंकियों के निर्माण के लिए कम्पनी की ओर से कई बार टेंडर बुलाए गए. डीपीआर में निर्धारित कीमतों की तुलना में 35.10 प्रतिशत अधिक कीमतों के टेंडर प्राप्त हुए. इससे खर्च होने वाले अतिरिक्त 5.62 करोड़ पर भी मनपा की सभा में चर्चा होगी.