नागपुर. नागपुर स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन की ओर से पूर्व नागपुर के पिछड़े हिस्सों में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत क्लस्टर जोन के आधार पर विकास पर अमल किया जा रहा है. जिसमें 51 किलोमीटर के सीमेंट रोड, पानी की टंकी और विस्थापित लोगों के पुनर्वसन के लिए गृह निर्माण के काम शुरू किए गए हैं, किंतु इन विकास कार्यो के साथ ही जगह का व्यवसायिक उपयोग करने के लिए उद्योग, अस्पताल, महाविद्यालय और बाजारों को विकसित करने का सुझाव केंद्र सरकार के गृह निर्माण शहरी विकास मंत्रालय के सहसचिव और स्मार्ट सिटी मिशन के डॉयरेक्टर कुणाल कुमार ने दिया.
गुरूवार को उन्होंने स्मार्ट सिटी अंतर्गत भरतवाडा, पुनापुर, पारडी, भांडेवाडी में चल रहे विकास प्रकल्पों का जायजा लिया. मनपा आयुक्त राधाकृष्णन.बी और स्मार्ट सिटी की सीईओ भुवनेश्वरी.एस भी उपस्थित थे.
सिटी ऑपरेशन सेंटर से शहर पर नजर
सीईओ ने बताया कि कलमना-पावनगांव और भरतवाड़ा क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए सीमेंट रोड का निर्माण किया जा रहा है. साथ ही पेयजल के लिए पानी की टंकी और विस्थापितों के पुनर्वसन के लिए होम स्वीट होम गृह निर्माण प्रकल्प को पूरा किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी प्रकल्प के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर भी जानकारी दी गई.
उन्होंने कहा कि सिटी ऑपरेशन सेंटर के माध्यम से शहर में लगे 3,600 कैमेरों की मदद से सिटी पर नजर रखी जाती है. लाइव कैमेरे से यातायात के नियम तोड़नेवालों पर पुलिस विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है. मनपा आयुक्त राधाकृष्णन.बी ने सिटी लाइव एप के माध्यम से जनता की समस्याओं का निवारण होने की जानकारी दी. साथ ही 10 जोन में कार्यरत सफाई कर्मचारियों के ट्रैकिंग होने की जानकारी भी दी.
सभी एप्स का करें मॉनिटरिंग
कुमार ने कहा कि मनपा के सभी एप्स का मॉनिटरिंग सीओसी से किया जाना चाहिए. स्मार्ट सिटी कार्यालय में हुई बैठक के दौरान पर्यावरण विभाग के नए उपक्रम अंतर्गत इंडिया साइकिल फॉर चेंज चैलेंज, बर्डी में ओपन स्ट्रीट व्हिकल फ्री जोन, बॉयोडायवर्सिटी मैप, शहर के भूजल स्तर के अध्ययन और बिल्डिंग इफिशियेन्सी एक्सीलरेटर की समीक्षा भी की.
महेश मोरोणे, भानुप्रिया ठाकुर, राजेश दुफारे, शील घुले, प्रणिता उमरेडकर, मनजीत नेवारे, मनीष सोनी, अमित शिरपुरकर, अमृता देशकर, सोनाली गेडाम, श्रीकांत अहिरकर, मोईन हसन, कुणाल गजभिये, अनुप लाहोटी, आरती चौधरी, परिमल ईनामदार आदि उपस्थित थे.