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नागपुर. विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को मेट्रोविजन बिल्डकॉम कम्पनी लि. के 2 सलाहकारों से 30.33 लाख रुपये की वसूली की है. प्रत्येक सलाहकार से लाखों रुपये की वसूली किये जाने से भोले भाले निवेशकों को आशा की किरण दिख रही है, जिन्होंने अपनी खुन पसीने की कमाई घोटाले में खो दी थी.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंगना के महाजनवाड़ी निवासी सुषम शरनगत (39) से 30.30 लाख रुपये बरामद किए गए, जबकि हुडकेश्वर निवासी शरद हजारे (40) ने 3.03 लाख रुपये सरेंडर किए. जांच में सलाहकारों के नाम सामने आने के बाद पुलिस साइबर और वित्त विशेषज्ञों की मदद से कंपनी के सभी बैंक लेनदेन की बारीकी से जांच कर रही है. कम्पनी से जूड़े सभी सलाहकार पुलिस के रडार पर हैं क्योंकि इस घोटाले में उन्होंने लाखों रुपये खर्च किए थे.

पुलिस के रडार पर एडवाइजर

उन्हें नोटिस जारी करने के बाद शरनात और हजारे को एसआईटी ने बुलाया था. दोनों ने अपने बयान दर्ज कराए और पुलिस के समक्ष 30.33 लाख रुपये समर्पण कर दिए. अधिकारी ने दावा किया कि लाभार्थी खुद पुलिस के पास आ रहे हैं और पुलिस की कार्रवाई का खामियाजा भुगत रहे हैं. बुधवार को विठ्ठल नगर के कोलेबस्वामी रेजिडेंसी के निवासी अशोक गंगाधर दूपारे (39) ने एसआईटी के सामने 13 लाख रुपये सरेंडर किए थे. डीसीपी नूरूल हसन के मार्गदर्शन में महिला पीआई विद्या जाधव, पीआई भीमराव खांडले, पीएसआई विनश जयभाये और अन्य ने कार्रवाई को अंजाम दिया.