Doing politics in this difficult time does not suit the Railway Minister- Nawab Malik

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नागपुर. आज नवभारत e-चर्चा में हमारे साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कद्दावरनेता और  वर्त्तमान में महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक विकास और प्रतिभा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री नवाब मोहम्मद इस्लाम मलिक जुड़े। उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर  प्रशासन के समक्ष आ रही चुनौतियों के बारे में अपने विचार रखे। उन्हें विस्तार से सुनने के लिए आप नीचे दिया गया वीडियो देख सकते हैं।

उन्होंने बताया कि अभी यह समझना या सोचना जरुरी है कि क्या लॉकडाउन और बढ़ सकता है या दवाई आ जाने तक हमे इंतज़ार करना होगा। उन्होंने मुंबई में कोरोना की परिस्थिति पर बात करते हुए बताया कि अगर हमने शुरू से ही इसका सक्ती से पालन किया होता बाहर से विदेशों से आ रहे लोगों की जाँच की होती या WHO के नियमों का पालन किया होता तो इससे बचा जा सकता था। इसके बावजूद भी राज्य सरकार और मुंबई महानगर पालिका ने कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया है।

उन्होंने आगे कहा कि जब तक कोरोना से बचने की दवाई नहीं बन जाती इसे फैलने के रोकने के लिए लोगों को ही सावधानी बरतनी होगी। साथ ही लोगों को कोविड 19 के साथ जीने की आदत डालनी होगी और बनाए गए नियमों का सक्ती से पालन करना होगा। इसी के साथ अर्थव्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा। आने वाले समय में राज्य सहित देशों को भी इसका सामना करना पड़ेगा। तो इसमें सुधार कैसे किया जाए इसपर सभी को ध्यान देने की जरुरत हैं।

उन्होंने भारी मात्रा में मज़दूरों के पलायन को केंद्र की नाकामी बताते हुए कहा कि शुरुआत से ही सरकार ने इस मुद्दे में सही फैसला नहीं लिया जिस कारण अभी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। मलिक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मज़दूरों के पलायन को सुचारु रूप से ठीक करने की कोशिश की गई लेकिन केंद्र का उसमे सहयोग नही मिल रहा है। साथ ही उन्होंने रेल मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे समय में राजनीति करना शोभा नहीं देता यह समय एकजुट होकर काम करने का हैं।

नवाब ने केंद्र द्वारा दिए जा रहे राहत पैकेज और ऋण लेने के सुझाव पर कहा कि सरकार को निम्नवर्गीय लोगों पर भी ध्यान देना चाहिए और उनके लिए भी कोई व्यवस्था करनी चाहिए। RBI के रिज़र्व कोष में से पैसे ले और जरुरत मंदों की मदद करे साथ ही केंद्र को अपने खर्च भी कम करने चाहिए। मुंबई में चिकित्सा सुविधाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि कई सारे कोरोना मामले होने की वजह से शुरुआत में परेशानियां आई और लोग भी दहशत में होने की वजह से डॉक्टरों के पास या अस्पतालों का सहारा नहीं ले रहे थे इसी वजह से शुरुआत में कई लोगों की जाने गई। लेकिन जैसे जैसे कई मरीज़ ठीक हो रहे है जनता में डर कम हुआ है और लोग इलाज़ करवा रहे है। साथ ही ICU और इमरजेंसी वार्डस की कमी की वजह से भी प्रारंभ में ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

मुंबई में आवश्यक सेवा प्रदान कर रहे लोगों के लिए लोकल ट्रेन की व्यवस्था को लेकर नवाब ने बताया की राज्य सरकार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से चर्चा और मांग कर रही है जल्द ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा और लोगों को सुविधा मोहिया करवाई जाएंगी। इसके साथ ही अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए सरकार ने कुछ डॉक्टरों के साथ मिलकर एम्बुलेंस व्यवस्था शुरू की है जिसके अंतर्गत कुछ डॉक्टरों की टीम अलग अलग इलाकों में जाकर मरीजों का इलाज़ कर रही हैं। नवाब ने यह भी बताया कि लॉकडाउन शुरू होने से लेकर अब तक किस तरह वह घर में रह कर काम कर रहे है। वह जरुरतमंदो को राशन, जरुरत का सामान, अस्पताल और डॉक्टरों की व्यवस्था सहित जागरूक भी कर रहे हैं।