मिलिए केएलई सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. प्रभाकर कोरे से आज शाम 5 बजे

Loading

नागपुर. नवभारत ‘Vibes सीरिज़ ऑफ़ वेबिनार्स’ में मिलिए केएलई सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. प्रभाकर कोरे से 2 जून यानि आज शाम 5 बजे। इस वैश्विक महामारी के बाद ‘शिक्षा क्षेत्र का भविष्य’ इस विषय पर वे चर्चा करेंगे। डॉ कोरे हमारे साथ आज नवभारत के पटल पर और नवभारत के फेसबुक पेज (https://www.facebook.com/enavabharat) पर लॉकडाउन के चलते शिक्षा क्षेत्र का भविष्य कैसा रहेगा इस बारे में लोगों को अवगत कराएँगे। देश में कोरोना वैश्विक महामारी के चलते पिछले 25 मार्च से लॉकडाउन शुरू है। इस दौरान सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग क्लास अभ्यासिका बंद है। वर्तमान में लॉकडाउन का पांचवां चरण शुरू हो गया है। इसके पश्चात आर्थिक नुकसान के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बुरा असर पड़ा हैं।

इस कार्यक्रम में डॉ. प्रभाकर कोरे छात्रों और शिक्षण संस्थानों पर कोरोना संक्रमण के प्रभाव पर विस्तार से चर्चा करेंगे। डॉ. प्रभाकर कोरे एक भारतीय राजनीतिज्ञ और कर्नाटक से राज्यसभा के सदस्य है। इसके अलावा डॉ कोरे बेलवागी कर्नाटक लिंगायत एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन और हुबली के केएलई टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के चांसलर भी हैं। यह सोसायटी कर्नाटक और महाराष्ट्र में 260 से अधिक शिक्षा संस्थान चलाती है।

शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में डॉ कोरे का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ कोरे को  कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

डॉ कोरे की एक बहुमुखी व्यक्तिमत्व के रूप में पहचान है। अलग-अलग क्षेत्रों में उन्होंने अपनी पहचान बनाई जिसमे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सहकारी क्षेत्र और राजनीति शामिल है। स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के माध्यम से लोगों के जीवन को बदलने का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। डॉ कोरे एक प्रगतिशील नेता हैं। उनके दृढ़ विश्वास ने स्वास्थ्य विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान में केएलई का नेतृत्व किया है। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को आम लोगों के घर-घर तक पहुँचाया। 

तो मिलिए आज शाम 5 बजे डॉ. प्रभाकर कोरे से नवभारत के फेसबुक पेज पर। जानिए लॉकडाउन के बाद शिक्षा क्षेत्र के भविष्य के बारे में।