आउटडोर गेम्स शुरू, इंडोर गेम्स बंद; पसीना, वेंटिलेशन, मास्क तीनों हैं वैज्ञानिक कारण

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    • खिलाड़ियों का रोष कायम, कहा-फिर जिम कैसे शुरू

    नागपुर. कोरोना की दूसरी लहर शांत होने के बाद अनलॉक के दिशानिर्देशों से सबसे अधिक नाराज लोगों में इंडोर गेम्स वाले खिलाड़ी शामिल है. मनपा प्रशासन ने आउटडोर गेम्स के लिए प्रैक्टिस की अनुमति तो दे दी लेकिन इंडोर गेम्स को लेकर अभी तक कोई तैयारी नजर नहीं आ रही. वहीं, जानकारों की मानें तो प्रशासन द्वारा फिलहाल इंडोर गेम्स बंद रखने के 3 मुख्य कारण है.

    इनमें पहला है, खेल के दौरान खिलाड़ियों को आने वाला अधिक पसीना, दूसरा इंडोर हॉल का वेंटिलेशन सिस्टम और तीसरा है मास्क की अनिवार्यता. खिलाड़ियों में कोरोना संक्रमण के प्रसार में ये तीनों कारक बन सकते हैं. उधर, खिलाडियों ने इंडोर गेम्स की तुलना जिम से कर दी. 

    तीनों की वैज्ञानिक कारण : डॉ. सूर्यवंशी

    राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में क्रीड़ा शिक्षण विभाग के संचालक डॉ. शरद सूर्यवंशी ने कहा कि इंडोर गेम्स को बंद रखने के लिए पसीना, वेंटिलेशन और मास्क, तीनों ही वैज्ञानिक कारण हैं. इंडोर गेम्स, खासतौर पर बैडमिंटन और टेबल टेनिस में खिलाड़ियों को बहुत अधिक पसीना आता है.

    ऐसे में एसिम्टोमैटिक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का पसीना भी अन्यों को संक्रमित कर सकता है. दूसरी बात, इंडोर गेम्स हॉल को हवादार नहीं रखा जा सकता क्योंकि ऐसी स्थिति में खेल संभव नहीं है. इससे कोरोना वायरस से संक्रमण का डर हमेशा बना रहेगा. वहीं, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एसी की ठंडक से बचने के लिए पहले ही दिशानिर्देश दिये जा चुके हैं. 

    मास्क हटाना सबसे बड़ी रिस्क

    डॉ. सूर्यवंशी ने कहा कि तीसरे और सबसे जरूरी कारणों में मास्क शामिल है. रनिंग, वॉकिंग या साइकिलिंग जैसी आउटडोर एक्टिविटी के दौरान शरीर अधिक ऑक्सीजन मांगता है. इसलिए इन खुले माहौल में इन एक्टिविटिज के दौरान ऑक्सीजन के लिए मास्क हटाया जा सकता है. लेकिन इंडोर हॉल में ऐसा करना काफी खतरनाक हो सकता है. बंद हॉल में वैसे ही हवा की मात्रा और दबाव काफी सीमित होता है. ऐसे में इंडोर गेम्स के खिलाड़ी मास्क हटाकर खेल नहीं सकते. यह काफी रिस्की होगा. 

    आउटडोर प्रैक्टिस की शर्त को समझना जरूरी

    उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा आउटडोर एक्टिविटी की शर्त को समझना जरूरी है. यहां केवल प्रैक्टिस की अनुमति दी गई. वास्तव में यह केवल फिटनेस बनाये रखने के उद्देश्य से है, ना कि मैच खेलने के. खुले मैदान में फिटनेस ट्रेनिंग के दौरान कोच द्वारा खिलाड़ियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसी अनिवार्यता का ठीक से पालन करवा सकते हैं. वहीं, खुली हवा होने से पसीने की अधिकता काफी सीमित हो जाती है. 

    … तो फिर जिम में क्या होता है?

    दूसरी ओर, कुछ खिलाडियों ने कहा कि ये तीनों की कारण जिम में भी मौजूद रहते हैं लेकिन यहां तो अनुमति दे गई. इंडोर गेम्स में हर खिलाडी की अपनी स्पोर्ट्स किट होती है जबकि जिम में एक ही डंबल का इस्तेमाल कई लोग करते हैं. पसीना तो वहां भी बहुत निकलता है और एसी भी शुरू रहता है.

    अगर इंडोर गेम्स बंद रखने के कारण पसीना, वेंटिलेशन और मास्क है तो फिर जिम भी तत्काल बंद कर देने चाहिए. कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत यहीं से ना हो जाये. उधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासन द्वारा उचित नियमों के साथ इंडोर गेम्स भी शुरू करने का विचार जारी है. हालांकि कोई नियत तिथि तय नहीं है लेकिन 15 जून तक वेट एंड वॉच की नीति इंडोर गेम्स के खिलाड़ियों द्वारा अपनाई जा रही है.