मनमाड. मनमाड (Manmad) समेत नाशिक (Nashik) जिले के कई इलाकों में कोरोना (Corona) ने दोबारा कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसकी रोकथाम के लिए जिलाधिकारी द्वारा सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को लॉकडाउन (Lockdown) लगाए जाने की घोषणा की थी, उसे लोगों का अच्छा समर्थन मिला। जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानें छोड़कर व्यापारियों द्वारा सभी प्रतिष्ठानों को पूरी तरह से बंद रखा गया था।जिसके कारण शहर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा छाया हुआ था।
उधर, इस समय कोरोना को लेकर शहर में दो दिन लॉकडाउन लगाए जाने जैसी परिस्थिति उत्पन्न नहीं हुई है, इसलिए केवल रविवार को ही लॉकडाउन लगाये जाने की मांग व्यापारी महासंघ द्वारा की गयी है।
दुकानदारों एवं मजदूरों में नाराजगी
वहीं, छोटे-मोटे व्यापारी, दुकानदारों के अलावा उन गरीब मजदूरों ने भी लॉकडाउन को लेकर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि पिछले एक साल से वह लॉकडाउन जैसी परिस्थिति का सामना करते आ रहे हैं इसलिए सरकार और जिलाधिकारी को चाहिए कि वह अपने निर्णय पर दोबारा विचार करें। इस समय मनमाड, नांदगांव समेत नाशिक जिले के कई गांवों और शहरों में कोरोना ने दोबारा इंट्री की है।
शनिवार-रविवार को लॉकडाउन का आदेश
रोजाना पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं जिसके कारण प्रशासन की चिंता बढ़ गई है और कोरोना की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी सूरज मांढरे ने शराब की दुकानें, बीयर बार होटल को छोड़ कर अन्य सभी दुकानें शाम सात बजे तक खुली रखने का आदेश दिया है। साथ ही सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाये जाने की घोषणा की है। हालांकि इस लॉकडाउन में से जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को अलग रखा गया है। जिलाधिकारी द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन को आज लोगों का अच्छा समर्थन मिला।
मनमाड में 64 पॉजिटिव मरीज
मनमाड शहर में अभी तक 1 हजार 280 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं। उसमें से 1 हजार 170 मरीज कोरोना मुक्त होकर घर वापस गए। वहीं 46 लोगों की कोरोना के कारण जान गई है। इस समय शहर में 64 पॉजिटिव मरीज हैं, उसमें से 56 मरीज होम क्वारंटाइन हैं। वहीं बाकी के मरीजों का नांदगांव के कोविड सेंटर में इलाज किया जा रहा है। कुल मिला कर शहर में कोरोना को लेकर गंभीर स्थिति नहीं है, लेकिन अगर लोगों ने लापरवाई बरती तो आनेवाले दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।