7000 हेक्टेयर भूमि को नुकसान

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नाशिक. जिले में धान, टमाटर, मक्कई, अंगूर, सब्जियों और अन्य फसलों की वापसी हुई है. कृषि विभाग द्वारा किए गए प्रारंभिक पंचनामा के अनुसार, 6,755 हेक्टेयर भूमि पर फसलों को अब तक गंभीर नुकसान पहुंचा है. जिले के 90 गांवों में 2852 किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. सबसे ज्यादा नुकसान इगतपुरी तहसील में 5,800 हेक्टेयर में धान की फसल को हुआ है. 

जिले में पिछले चार दिनों से भारी बारिश हो रही है. परिणामस्वरूप, कई कटाई वाली खरीफ फसलें बारिश के कारण समतल हो गई हैं. दिंडोरी, इगतपुरी और पेठ क्षेत्रों में धान की भारी क्षति हुई है. चांदवाड़, त्र्यंबकेश्वर, नाशिक, दिंडोरी, निफाद क्षेत्रों में टमाटर, सब्जियों के साथ-साथ अंगूर और अनार को भी भारी नुकसान पहुंचा है. टमाटर के पेड़ बडी संख्या में गिर गए. पेड़ों से फूल भी गिर गए हैं. प्रशासन द्वारा पंचनामा का काम युद्धस्तर पर शुरू किया गया है. 6 हजार 755 हेक्टेयर क्षेत्र का प्रारंभिक अनुमान साइट विजिट द्वारा लगाया गया है. किसान क्षतिग्रस्त फसलों की तस्वीरें निकाल रहे हैं. जिला प्रशासन ने इन तस्वीरों को क्षतिपूर्ति के लिए स्वीकार करने का भी निर्णय लिया है.

तालुका प्रभावित गाँवों में किसानों की संख्या और क्षतिग्रस्त भूमि 

सटाणा 28 – 718 – 504 

देवला 2 – 12 – 6

दिंडोरी 3 – 28 – 16

नाशिक 4 – 18- 81

त्र्यंबकेश्वर 25- 706 – 350

इगतपुरी 28 – 1200- 5800

इस वर्ष की भारी वापसी की बारिश के कारण अगले कुछ दिनों मे 7000 हेक्टर जमीन की फसलों को नुकसान होने की पूरी संभावना है.  इन जमीनों के किसान नुकसान की भरपाई की राह देख रहे हैं. इस वर्ष किसानों को भरोसा था कि कुछ नुकसान नहीं होगा लेकिन वापसी की बारिश ने किसानों की उम्मीद पर पानी फ़ेर दिया है.

– सखाराम जाधव, स्थानिक किसान