nashik railway stn

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    नाशिकरोड. नाशिकरोड रेलवे स्टेशन (Nashikroad Railway Station) को कार्पोरेट लुक (Corporate Look) देने का काम चल रहा है। इसके तहत स्टेशन में दूसरा एलिवेटर, 3 लिफ्ट, शुद्ध पानी की 3 मशीनें, पैसे डालते ही टिकट देने वाली 4 मशीनों की व्यवस्था की गई है। आधुनिक एसी वेटिंग रूम (AC Waiting Room) तैयार हो गई है।

    स्टेशन परिसर में ऑक्सीजन पार्क (Oxygen Park) बनाया गया है। हवा के शुद्धिकरण के लिए मशीन प्रस्तावित है। एलईडी बल्व लगाने से प्रदूषण व खर्च कम हुआ है। दो नए रैम्प, गंदे पानी के शुद्धिकरण का एसटीपी प्लांट, नए बस डिपो के पास टिकट घर, पादचारी पुल आदि कार्य अंतिम चरण में हैं।

    सीसीटीवी की संख्या बढ़ने से सुरक्षा और भी मजबूत हो गयी 

    दिव्यांग यात्री और कुली के लिए बैटरी पर चलने वाली प्रदूषण मुक्त गाड़ियां दी जाएंगी। सीसीटीवी की संख्या बढ़ने से सुरक्षा और भी मजबूत हो गयी है। प्लेटफॉर्म-1 की तरह प्लेटफॉर्म 4 पर भी एलिवेटर लगाया गया है।  प्लेटफॉर्म 4 पर लिफ्ट लगाई गई है। यात्रियों के लिए 4 पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पुराना टिकट बुकिंग कार्यालय हटाकर उसकी जगह पर एलिवेटर लगाने से यात्रियों की क्षमता बढ़ गई है। पुराना पादचारी पुल निकालकर पार्सल के सामने वाले पादचारी पुल को चौथे प्लेटफॉर्म तक बनाया जा रहा है। सिन्नर फाटा स्थित प्लेटफॉर्म 4 पर आरक्षण केंद्र शुरू होने से पार्किंग, यातायात और प्रदूषण की समस्या कम हो गई है। पार्सल सहित महत्वपूर्ण कार्यालय अन्य जगह पर शिफ्ट होने से मुख्य स्टेशन पर पर्याप्त जगह उपलब्ध होगी। आरक्षण कक्ष के पीछे मनपा का बस डिपो होने से यहां पर भी रेल टिकट की बुकिंग होगी। पादचारी पुल के माध्यम से प्लेटफॉर्म 1 से 4 को जोड़ा जा रहा है। 2 और 3 पर रैम्प होगा। इसलिए बैटरी पर चलने वाली गाड़ियों में बैठकर दिव्यांग, गर्भवती, वरिष्ठ नागरिक सामान लेकर सीधे गाड़ी तक पहुंच सकते हैं। 

    बैटरी से चलने वाली गाड़ियां उपलब्ध कराई जाएंगी

    भुसावल और शेगांव की तरह कुली के लिए भी बैटरी से चलने वाली गाड़ियां उपलब्ध कराई जाएंगी। मिनरल वॉटर की 3 मशीनें हैं, लेकिन उसके लिए शुल्क निश्चित किया गया है। अब एचएएल ने 5 हजार लीटर के तीन मिनरल वॉटर मशीन लगाए हैं, जिसके माध्यम से नि:शुल्क पानी मिलेगा। स्टेशन के गंदे पानी का दोबारा उपयोग करने के लिए एसटीपी प्लांट का काम शुरू है। इसके चलते रेल के जल बिल में कटौती होगी। नालों के माध्यम से मिलने वाले पानी को शुद्ध कर दारणा नदी में छोड़ा जाएगा। इससे नदी प्रदूषण से मुक्त होगी।

    लक्जरी सुविधा उपलब्ध

    स्टेशन में 4 वेटिंग रूम है। 128 यात्री क्षमता की एसी पेड वेटिंग रूम तैयार की गई है। मसाज मशीन (50 रुपए), बूट पॉलिश मशीन (5 रुपए), चाय-कॉफी के लिए कैफेटेरिया (10 रुपए कप), बेबी फिडिंग तथा लगेज रुम, यात्रियों को रहने के लिए 5 एसी रूम्स (दो को 24 घंटे के लिए 500 रुपए किराया) और प्रत्येक 6 बेड के दो डॉरमेंटरी (एक बेड के लिए 120 रुपए), कम दरों में विश्रामगृह उपलब्ध है। प्लेटफॉर्म दो व तीन पर भी वेटिंग रुम बनेगा। स्टेशन में एलईडी लाइट लगाने से प्रदूषण व खर्च कम हुआ है।