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‘‘निशानेबाज, तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू सस्ते हो गए और आधे दाम पर दिए जाने वाले हैं। ये लड्डू भगवान का प्रसाद होने के साथ ही अत्यंत स्वादिष्ट होते हैं। इनमें मेवा होता है।’

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू सस्ते हो गए और आधे दाम पर दिए जाने वाले हैं। ये लड्डू भगवान का प्रसाद होने के साथ ही अत्यंत स्वादिष्ट होते हैं। इनमें मेवा होता है।’’ हमने कहा, ‘‘जो प्रभु की सेवा करेगा, उसे मेवा मिलेगा ही। आप ऑनलाइन आर्डर देकर घरपहुंच हमारे और अपने लिए तिरुपति लड्डू मंगवा लीजिए।’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, लोग बालस्वरूप कृष्ण भगवान को लड्डू गोपाल कहते हैं। उनके एक हाथ में लड्डू रहता है। जब गणेशजी की आरती होती है तो गाया जाता है- लडुअन का भोग लगे संत करें सेवा। हनुमानजी को बेसन रवे के लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। हमारी संस्कृति में लड्डू का बड़ा महत्व है। लड्डू बूंदी के, मोतीचूर के और मेवे के भी बनते हैं। हमारे शहर में एक निर्माता ने हेमोग्लोबिन लड्डू बनाए हैं। उसका दावा है कि इन लड्डुओं को खाने से खून में हेमोग्लोबिन बनता है।’’ हमने कहा, ‘‘मथुरा में फूलों की होली के अलावा लड्डुओं की भी होली होती है जिसमें एक दूसरे पर लड्डू फेंके जाते हैं।’’ हमने कहा, ‘‘जब किसी के यहां संतान होती है, कोई परीक्षा में पास होता है, किसी की नौकरी लग जाती है या प्रमोशन होता है तो लड्डू बांटे जाते हैं। चुनाव जीतने पर भी लड्डू बांटते हैं। लड्डू के माध्यम से खुशियों का इजहार होता है।’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, इन दिनों कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से लोगों की हालत थाली में लुढ़कते लड्डू जैसी हो गई है। प्रवासी मजदूरों की ट्रेन को तीन-चार दिन भटकाते हुए चलाया जा रहा है जिससे प्रवासियों की हालत ‘आ बे लड्डू जा बे लड्डू’ जैसी हो गई है।’’ हमने कहा, ‘‘लड्डू बनाना भी एक आर्ट है। कारीगर अपने हाथ में घी लगाकर बूंदी को उछालकर और दबाकर गोल-गोल लड्डू बनाते हैं। राजगिरे के लड्डू, गोंद व खजूर के लड्डू, मुरमुरे के लड्डू, गुड़ और सेव के लड्डू भी आपने बचपन में खाए होंगे जबकि आजकल के बच्चे पास्ता और नूडल्स खाते हैं।’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, होशियार राजनेता कुछ ऐसी चाल चलता है कि उसके दोनों हाथों में लड्डू रहते हैं। कुछ हलवाइयों के लड्डू बड़े मशहूर होते हैं। यह प्रचार करने के तरीके पर भी निर्भर है। कानपुर के ठग्गू के लड्डू काफी फेमस हैं। इस दूकान का स्लोगन है- ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको हमने ठगा नहीं!’’