ओमप्रकाश मिश्र
रांची. कैलाश रेसीडेंसी (Kailash Residency) के मालिक विक्रम सिंह की गोली मार कर हत्या करने का मुख्य आरोपी ओम नारायण सिंह उर्फ टुनटुन सिंह को जुगसलाई पुलिस (Police) की टीम ने डिमना चौक से गिरफ्तार (Arrested) कर लिया। पुलिस ओमप्रकाश के पास से उसका लाइसेंसी रिवाल्वर और कारतूस भी जब्त कर ली है। रुपये लेन-देन के विवाद के दौरान पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर के जुगसलाई थानांतर्गत घोड़ा चौक स्थित एबी पैलेस परिसर में ओमप्रकश ने विक्रम सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में जुगसलाई पुलिस ने बताया कि ओमप्रकाश नारायण सिंह उर्फ़ टुनटुन सिंह का लोकेशन गत मंगलवार से मानगो और आदित्यपुर में मिल रही थी। गुरुवार की दोपहर को पुलिस को टुनटुन सिंह का लोकेशन मानगो के पास मिली। इसके बाद पुलिस ने कंट्रोल रम को मैसेज देकर फौरन मानगो में चेकिंग शुरू किया। इस दौरान डिमना चौक के पास घाटशिला की ओर जाने वाले रास्ते में उसे गिरफ्तार किया गया।
टुनटुन सिंह की गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद टुनटुन सिंह के परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और जेल जाने से पूर्व उससे बातचीत की। हालांकि, पुलिस ने परिजनों को ज्यादा देर तक बात करने का मौका नहीं दिया। टुनटुन सिंह की पत्नी अनिता देवी पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष रह चुकी है। गत 2 मई को हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद टुनटुन सिंह फरार था। पुलिस सरेंडर कराने और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। आरोपी की गिरफ्तारी या आत्मसमर्पण को लेकर पुलिस उसके परिजनों के घर पर दबाव भी लगातार बना रही थी। इस हत्याकांड मामले का एक अन्य नामजद आरोपी राजकुमार सिंह को पुलिस दो दिन पूर्व ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। राजकुमार सिंह टुनटुन सिंह का रिश्तेदार है।
गोली मारकर की थी हत्या
गौरतलब है कि रुपये की लेनदेन का मामला सुलझाने को लेकर टुनटुन सिंह के एबी पैलेस होटल में विक्रम के भाई अमर प्रताप को फोन कर बुलाया गया था जहां राजकुमार सिंह, शत्रुघ्न सिंह, टुनटुन सिंह और अन्य लोग थे। बातचीत के दौरान दोनों पक्ष में बहस हो गयी। बहस के बाद अमर ने फोन कर विक्रम को झगड़े की जानकारी दी। जिसके बाद विक्रम सिंह एबी पैलेस होटल आया और उसके आते ही टुनटुन सिंह ने उसे गोली मार दी। तत्काल विक्रम को टीएमएच लाया गया जहां उसकी मौत हो गयी। इस मामले में अमर प्रताप सिंह के बयान पर ओम नारायण सिंह उर्फ टुनटुन सिंह, उसके पुत्र अभिषेक सिंह, समधी राजकुमार सिंह उर्फ राजू सिंह, विक्रम सिंह के चाचा शत्रुघ्न सिंह, उसकी पत्नी सुनीता सिंह और पुत्र आकाश सिंह के खिलाफ जुगसलाई थाना में आपराधिक षड़यंत्र के तहत हत्या कर दिये जाने का केस दर्ज किया गया है। इस मामले में अलग से परसुडीह थाना में आर्म्स एक्ट का केस भी दर्ज किया गया है।