ओमप्रकाश मिश्र
रांची. झारखंड (Jharkhand) में सरकार गिराने की साजिश का पता लगाने गई पुलिस को दिल्ली (Delhi) के द्वारका (Dwarka) स्थित होटल विवांता (Hotel Vivanta) से 15 जुलाई का सीसीटीवी फुटेज मिला है। इसमें महाराष्ट्र (Maharashtra) के नेता नौ लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इसी होटल में झारखंड के नेताओं का भी कमरा बुक था। खलारी डीएसपी (Khalari DSP) अनिमेष नैथानी (Animesh Naithani) इस मामले की जांच के लिए दिल्ली में है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को जो फुटेज मिले हैं, वह 15 मिनट का है। बैठक के बाद उसमें मौजूद सभी लोग दो लग्जरी गाड़ियों में बैठकर वहां से निकलते देखे गए हैं। सूत्रों का कहना है कि इनमें झारखंड के तीन विधायक और पकड़े गए तीनों आरोपी भी थे। इससे पहले आरोपियों ने भी अपने बयान में बताया था कि उनके दिल्ली पहुंचने पर एयरपोर्ट पर दो गाड़ियां खड़ी थीं। इनमें ही वे लोग विधायकों और महाराष्ट्र के नेताओं के साथ होटल पहुंचे थे। दिल्ली में महाराष्ट्र के नेताओं के साथ झारखंड के तीनो विधायक एक बड़े केंद्रीय नेता के घर भी गए थे। हालांकि, वहां से वे लोग सिर्फ दुआ-सलाम करने के बाद वापस लौट गए थे। अब तीनो विधायकों को नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है। दिल्ली में जांच करने गई रांची पुलिस की टीम के लौटते ही विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और अमित यादव को नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने को कहा जाएगा।
इधर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और निर्दलीय विधायक अमित यादव ने फिर दोहराया कि वे लोग विवांता होटल गए ही नहीं। वहां किसी बैठक में भाग लने की बात भी गलत है। फिर वे सीसीटीवी में कैसे कैद हो गए ? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता। इरफान अंसारी ने कहा कि उनके खिलाफ बड़ी साजिश रची गई है। हो सकता है कि सीसीटीवी फुटेज को मैनुपुलेट किया गया हो। जिस कमरे की बात की जा रही है, दिल्ली के होटल में हमारे नाम पर एक कमरा बुक है, वहां वे गए ही नहीं।
सरकार गिराने की साजिश पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह से इस के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड में सत्ता परिवर्तन के खेल में लगी है, पर वह सफल नहीं होगी। कांग्रेस का कोई भी विधायक भाजपा के प्रलोभन में आने वाला नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस विधायक जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने आपके निर्देश पर रांची के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी तो उन्होंने कहा कि मुझे इस विषय की पूरी जानकारी थी। गैर भाजपा शासित राज्यों में भाजपा किसी न किसी तरह सरकार में आना चाहती है।
कई राज्यों में वह ऐसा खेल-खेल चुकी है। अब झारखंड में भी वही करना चाहती है। लेकिन यहां वह सफल नहीं होगी। इस मामले में दो कांग्रेस विधायकों का नाम आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग बेवजह जांच बयान देते रहते हैं। लोगों को कहा भी गया है कि बयानबाजी से बचें। वैसे प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट मांगी गई है।