42 पिस्तौल, 66 कारतूस सहित 15 गिरफ्तार,  अवैध असलहों की तस्करी का अंतरराज्यीय रैकेट उजागर

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पिंपरी. अवैध असलहों की तस्करी का एक बड़ा अंतरराज्यीय रैकेट का पर्दाफाश करने में पिंपरी- चिंचवड़ पुलिस को सफलता मिली है. क्राइम ब्रांच यूनिट-4 की टीम ने अवैध असलहों की तस्करी करनेवाले 26 सदस्यों के अंतरराज्यीय गिरोह पर शिकंजा कसा है. अवैध असलहों की खरीद-फरोख्त में शामिल 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 42 देसी पिस्तौल, 66 जिंदा कारतूस का बड़ा हथियारों का जखीरा बरामद किया है. बचे हुए आरोपियों में से कुछ तड़ीपार हैं और कई जेलों में बंद रहने की जानकारी भी सामने आई है. इस तस्करी का कनेक्शन महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश से जुड़े रहने का खुलासा पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्त संदीप विष्णोई ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में किया.

गिरफ्तार आरोपी

गिरफ्तार आरोपियों में गणेश मारुति माली, गोटू उर्फ ज्ञानोबा गीते, मनिसिंग गुरमुख सिंह भाटिया, आकाश वाघमोडे, योगेश विठ्ठल कांबले, तुषार बवकर, योगेश जगदीश, योगेश उर्फ आबा तावरे, कुश नंदकुमार पवार, चेतन उर्फ मामा लिमन, अक्षय दिलीप केमकर, प्रसन्न पवार, प्रकाश उर्फ पप्पू किसन मांडेकर, सिराज सलीम शेख, प्रगेश नेटके का समावेश है. यूनिट-4 के पुलिस नाईक लक्ष्मण आढारी को मार्च महीने में मुखबिर से मिली गुप्त जानकारी के आधार पर सांगवी से गणेश माली को गिरफ्तार किया था, उसके पास से एक पिस्तौल बरामद की गई थी. उसने ये पिस्तौल बीड जिले के परली निवासी ज्ञानबा उर्फ गोटू मारुती गीते से लेने की जानकारी दी. गोटू को गिरफ्तार कर दोनों से कुल 6 पिस्तौल और 15 राउंड बरामद किए गए.

मध्य प्रदेश के धार से लाए गए हथियार

गोटू गीते ने पूछताछ में बताया कि उसने ये असलहे मध्य प्रदेश के धार जिले से सरदार नामक व्यक्ति से लाये थे. इसके बाद क्राइम ब्रांच युनिट-4 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मोहन शिंदे, सहायक निरीक्षक अंबरीश देशमुख व सिपाही प्रशांत सैद की टीम मध्य प्रदेश पहुंची. यहां भेष बदलकर अवैध असलहों की खरीद फरोख्त की पूरी जानकारी हासिल की. मामला बड़ा और गंभीर रहने से वरिष्ठ अधिकारियों को इस तस्करी की जानकारी दी गई और एक्शन प्लान बनाया गया. इसके अनुसार मध्य प्रदेश के ग्राम सिंघाना, थाना मनावर, जी-धार में 2 दिन तक भेष बदलकर इस रैकेट के मुख्य सूत्रधार मनिसिंह गुरमुख सिंह भाटिया को हिरासत में लेकर उसके पास से 11 देसी पिस्तौल और 22 राउंड बरामद किए गए.

 ऐसे जुड़ते गए घटना के तार

पूछताछ में भाटिया के साथी कालूसिंह जसवंत सिंह ने महाराष्ट्र में कुश नंदकुमार पवार निवासी तलेगांव, दाभाडे, ज्ञानेश्वर पवार निवासी शिरगांव, आकाश उर्फ बाला जगन्नाथ वाघमोडे, योगेश विठ्ठल कांबले निवासी उस्मानाबाद, गोटू उर्फ ज्ञानबा मारुति गीते नामक गिरोहों के मुखियाओं को बड़े पैमाने पर अवैध असलहे बेचे जाने की जानकारी मिली. इसके बाद तुरंत हरकत में आकर पुलिस ने एक-एक कर सभी आरोपियों को धरदबोचा. इनमें से कुश पवार और प्रसन्न पवार ने तो मध्यप्रदेश से 29 पिस्तौल लाकर बदमाशों को बेचे हैं, यह भी पता चला है. कुश पवार, प्रसन्न पवार, प्रकाश मांडेकर, सिराज शेख को गिरफ्तार कर उनसे 18 देसी पिस्तौल और 22 राउंड बरामद किए गए. आकाश वाघमोडे और योगेश विठ्ठल कांबले गिरोह प्रमुखों ने मध्य प्रदेश से 27 पिस्तौल लाकर बेचे थे. इसके अनुसार अक्षय दिलीप केमकर, योगेश तावरे, चेतन लिमन, प्रज्ञेश नेटके, मयूर घोलप, विकी अनिल घोलप, राजू भाले, सोमनाथ रमेश चव्हाण से 7 पिस्तौल और 7 राउंड बरामद किए गए.

 हथियार और कार सहित 19.89 लाख का माल जब्त

बरामद किए गए असलहे और वारदात में इस्तेमाल की गई कार आदि की कीमत 19 लाख 89 हजार 500 रुपए बताई गई है. पिंपरी-चिंचवड पुलिस के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. इस सफलता के लिए पुलिस आयुक्त संदीप विष्णोई, अपर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले, पुलिस उपायुक्त अपराध सुधीर हिरेमठ, सहायक पुलिस आयुक्त राजाराम पाटील ने क्राइम ब्रांच यूनिट-4 की टीम की सराहना की है. इस पूरी कार्रवाई को युनिट-4 के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक मोहन शिंदे, सहायक पुलिस निरिक्षक अंबरषि देशमुख, प्रविण दले, नारायण जाधव, संजय गवारे, धर्मराज आवटे, दादाभाऊ पवार, अदिनाथ मिसाल, संतोष असवले, तुषार शेटे, लक्ष्मण आढारी, गौस नदाफ, वासुदेव मुंडे, शावरसिद्द पांढरे, प्रशांत सैद, सुनिल गुट्टे, तुषार काले, सुरेश जायभाये, अजिनाथ ओंबासे, धनाजी शिंदे, सुखदेव गावंडे, नागेश माली, राजेंद्र शेटे और तकनीकी विशेलेषण विभाग ने अंजाम दिया.