पुणे. पुणे शहर अपने ज्ञान के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जाना जाता है. पुणे शहर में 100 से अधिक लाइब्रेरी हैं, इसलिए कई राज्यों और जिलों के छात्र शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अध्ययन करने के लिए पुणे आते हैं. आगामी परीक्षाओं की पृष्ठभूमि में शहर में छात्रों को कोरोना संक्रमण के संकट के समय में लाइब्रेरी शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए, मेयर मुरलीधर मोहोल ने कमिश्नर को सुझाव दिया है. इसको लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा और अभ्यासिका शुरू करने का रास्ता साफ हो जाएगा.
प्रतियोगिता परीक्षाओ के लिए आवश्यक
ज्ञात हो कि एमपीएससी, यूपीएससी, एनईईटी आदि जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं सितंबर-अक्टूबर में आयोजित की जाएंगी. इस पृष्ठभूमि के चलते, लाखों छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए पुणे पहुंचे हैं. महापौर मोहोल ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि छात्र पूरे वर्ष इस परीक्षा के लिए अध्ययन कर रहे हैं. हालांकि जैसा कि अभ्यासिका बंद है, छात्रों को अध्ययन करने के लिए अनुकूल वातावरण नहीं मिलता है. कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर, कमिश्नर विक्रम कुमार को निर्देश दिया गया है कि वे सामाजिक मानदंडों का पालन करते हुए अभ्यासिका शुरू करने की अनुमति दें.