पुणे विभाग की मानसून पूर्व तैयारियों की CM ने की समीक्षा

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पुणे. विभाग में मानसून पूर्व की गई तैयारियों का नियोजन, आपदा प्रबंधन का प्रारूप, नालों की साफ सफाई, बारिश से पहले किए जाने वाले कामों तथा पिछले वर्ष सांगली, कोल्हापुर जिलों में आए बाढ़ की स्थिति के संदर्भ में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने समीक्षा की.

बैठक में विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर ने विभिन्न कामों की जानकारी मुख्यमंत्री ठाकरे को दी. वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत राज्य के मुख्य सचिव अजोय मेहता, पुणे महानगरपालिका के आयुक्त शेखर गायकवाड उपस्थित थे.

की गई हैं तैयारियां 

पुणे विभाग की तैयारियों की जानकारी देते हुए आयुक्त डॉ. म्हैसेकर ने कहा कि पिछले वर्ष पुणे समेत सातारा, सांगली एवं कतोल्हापुर जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई थी. जिससे कई लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस वर्ष इस तरह की स्थिति उत्पन्न ना हों, इसके लिए उचित नियोजन किया गया है. साथ में नदियों की गहराई और गति की हिसाब से नांवों की खरीददारी की गई है. इसके अलावा किसानों को किसी भी तरह की कोई कमी ना हों, इसके लिए भी तैयारियां की गई है.

बरती जा रही सारी एहतियात 

उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना के खिलाफ लड़ाई हमारी प्राथमिकता है, लेकिन इस स्थिति में भी हम मान्सून पूर्व कार्यों को उचित तौर पर कर रहे है. आपदा प्रबंधन का प्रारूप तैयार करते समय पिछले वर्ष के प्रारूप में किसी प्रकार की कमी ना रहें, इसके लिए प्रयास किए जा रहे है. बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही सारे मान्सून पूर्व कामों को निपटाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा पुणे के आंबील नाले के संदर्भ सारी एहतियात बरती जा रही है, जिससे पिछले वर्ष जैसी स्थिति ना बने. सांगली में पिछले वर्ष अलमाटी बांध से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया था, इसलिए उस इलाके में भारी बाढ़ आई थी, ऐसी जानकारी आयुक्त ने दी.

पुणे विभाग की कई विभिन्न  महानगरपालिका स्कूलों को कोविड केयर सेंटर के लिए उपलब्ध कराया गया है. इसके चलते बारिश के मौसम में लोगों के निवास के लिए किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो, इस दृष्टि से प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसी जानकारी डॉ. म्हैसेकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मुख्य सचिव अजोय मेहता को दी.