- नवंबर के अंत तक नगण्य हो जाएगी संख्या
पुणे. 8 महीने बाद शहर में मरीजों की संख्या में कमी आई है, हालांकि संख्या घटती है, फिर भी एक और आश्वस्त आंकड़ा आता है. शहर में संक्रमित रोगियों के दोहरीकरण की अवधि लगभग 437 दिन हो गई है.
स्वास्थ्य विभाग को भरोसा है कि शहर के रोगियों की संख्या नवंबर के अंत तक नगण्य हो जाएगी, यदि शहर में रोगियों की संख्या कम रहती है और नागरिकों द्वारा उठाए गए एहतियाती उपायों को दिवाली की अवधि के दौरान भी बनाए रखा जाता है.
20-30 दिनों में होते थे डबल
गौरतलब है कि शहर में मार्च में शुरू होने वाले कोरोना के नए दुखों का ग्राफ आखिरकार 8 महीने बाद उतरना शुरू हो गया है. मार्च में शहर में मरीजों की खोज शुरू होने के बाद दोहरीकरण की अवधि 40 से 56 दिनों तक चली गई थी, रोगी धीरे-धीरे बढ़ रहे थे. अगस्त और सितंबर में यह अवधि फिर से घटकर 20 से 30 दिन रह गई थी. नतीजतन शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी. शहर के सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी मरीजों को बेड मिलना मुश्किल था. हालांकि, तब से, नए संक्रमित कोरोना की संख्या में गिरावट शुरू हो गई है. रोगियों की संख्या दोगुनी होने पर 437 दिन लगेंगे यदि प्रति दिन नए निदान किए गए रोगियों की संख्या बनी रहती है.
एक्टिव केसेस की तादाद 6 हजार से कम
दूसरी ओर, शहर में रिकवरी रेट बढ़ा है. शहर में यह रेट 93 प्रतिशत से अधिक हो चुका है. साथ ही एक्टिव केसेस की तादाद कम हो गई है. एक्टिव केसेस की तादाद माह पहले 16 हजार से अधिक हो चुकी थी, लेकिन शहर में संक्रमित होने की तादाद तेजी से कम हुई है. इस वजह से एक्टिव केसेस की संख्या भी 6 हजार से नीचे आई है. संक्रमण का रेट ऐसा ही रहा तो जल्द ही संख्या काफी कम हो जाएगी. ऐसा महापालिका प्रशासन का मानना है.