One more death from Kovid-19 in Jammu and Kashmir, death toll 54

  • 2.65 प्रतिशत पर ही रुका है रेशो
  • 4000 से अधिक की अब तक हो चुकी मौत

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पुणे. शहर में कोरोना का प्रकोप अब धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. संक्रमितों की तादाद विगत माह से काफी कम हो गई है, लेकिन दूसरी ओर कोरोना से मरनेवालों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है. अब तक 4 हजार 321 से अधिक लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई हैं.  मनपा प्रशासन की माने तो शहर में अब तक के आंकड़ों के अनुसार मृत्यु दर 2.65% है.

उल्लेखनीय है कि कई माह से यही मृत्यु दर है. पहले तो इससे कम था. महापालिका प्रशासन द्वारा सभी उपाय योजनाओं के बावजूद भी इसमें कमी नहीं आ रही है. इससे अब महापालिका प्रशासन भी परेशान है.

कम होता जा रहा कोरोना संक्रमण

गौरतलब है कि शहर में कोरोना का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन उसमें सुधार आता हुआ दिख रहा है. कोरोना से मरनेवालों की संख्या 4 हजार 300 से अधिक हो चुकी हैं. विगत 1 माह पहले तक संक्रमितों की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही थी. प्रति दिन 1800 लोग संक्रमित पाए जाते थे. लेकिन अब यह संख्या 400 से भी कम हुई है. महापालिका प्रशासन की ओर से संक्रमित लोगों को ठीक करने के लिए कई सारे प्रयास किए जा रहे है. लेकिन घनी बस्तियां व झोपड़ी इलाकों में इसका प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है. संक्रमित लोगों को क्वारंटाइन करने और उन पर उपचार करने के लिए महापालिका प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन कक्ष, कोविड सेंटर, फ्लू सेंटर बनाए हैं. उसमें नागरिकों को भोजन समेत सभी तरह की सुविधा दी जा रही है.

मृत्यु दर रोकने मनपा प्रयासरत  

महापालिका प्रशासन की माने तो अब तक के आकड़ों के अनुसार मृत्यु दर 2.65% है. उल्लेखनीय है कि 15 दिन पहले भी यही मृत्यु दर था. अब तक 4 हजार 300 से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी हैं. तो रिकवरी रेट 93% से अधिक है. जब टेस्ट ज्यादा किए जा रहे थे, तभी मृत्यु की तादाद उतनी ही थी. अब टेस्ट कम किए है, फिर भी मृत्यु की संख्या उतनी ही है. महापलिका द्वारा मृत्यु रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे है. लेकिन उतनी सफलता मिलती हुई नहीं दिख रही है. इस बारे महापालिका स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. आशीष भारती ने कहा कि महापालिका द्वारा केंद्र व राज्य सरकार द्वारा दिया गया क्लिनिकल प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. साथ ही महापलिका के अस्पतालों में बॉण्डेड स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किए है. लगभग 60-70 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. डॉ. भारती के अनुसार, सभी तरह के प्रयासों के बावजूद मृत्यु हो रहे हैं. इसमें को मॉर्बिड मरीजों की तादाद ज्यादा है. साथ ही प्रतिकारशक्ति कम होना ऐसे कारणों से भी मृत्यु हो रहे है. लेकिन हमारा प्रयास यह है कि शहर में एक भी मृत्यु ना हो.

अस्पतालों में स्वास्थ्य अधिकारी की नियुक्ति महापालिका द्वारा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दिए गए क्लिनिकल प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. साथ ही महापलिका के अस्पतालों में बॉण्डेड स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किए है. लगभग 60-70 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. कोरोना मृत्यु में को मॉर्बिड मरीजों की तादाद ज्यादा है. साथ ही प्रतिकार शक्ति कम होना ऐसे कारणों से भी मृत्यु हो रहे है, लेकिन हमारा प्रयास यह है कि शहर में एक भी मृत्यु ना हो.

- डॉ. आशीष भारती, स्वास्थ्य प्रमुख, महापालिका