Ajit Pawar

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  • उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुलिस अधिकारियों को निर्देश

पुणे. संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों के तहत स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुणे जिले के लिए आईएएस अधिकारी को जांच प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाए. साथ ही कंटेन्मेंट जोन में सरकार के निर्देश के अनुसार पाबंदियों का कड़ाई से पालन करें तथा शहर से ग्रामीण क्षेत्र में व गांवों से शहर में आने-जाने वालों की जांच करें. यह निर्देश उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुलिस अधिकारियों को दिए. विधान भवन के सभागृह में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु आयोजित समीक्षा बैठक की वे अध्यक्षता कर रहे थे.

 इस अवसर पर पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार अजोय मेहता, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीपकुमार व्यास, मेडिकल शिक्षा, खाद्य व औषधि विभाग के सचिव डॉ. संजय मुखर्जी, विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर, सेटलमेंट कमिश्नर एस. चोकलिंगम, जिलाधिकारी नवलकिशोर राम, पुणे मनपा आयुक्त शेखर गायकवाड, पिंपरी मनपा आयुक्त श्रवण हडिकर, पुलिस आयुक्त डॉ. के. वेंकटेशम, संदीप बिश्नोई, शक्कर आयुक्त सौरभ राव, पुणे महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) के सीईओ विक्रम कुमार, सहकारिता आयुक्त अनिल कवडे, पशुसंवर्धन या पशुपालन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह, भूजल सर्वेक्षण और विकास अभिकरण (एजेंसी) के निदेशक कौस्तुभ दिवेगांवकर, अतिरिक्त आयुक्त रुबल अग्रवाल, शांतनु गोयल, पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल, जिला परिषद के सीईओ आयुष प्रसाद, स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. अर्चना पाटिल, ससून हॉस्पिटल के डीन डॉ. मुरलीधर तांबे आदि उपस्थित थे.

नॉन कोविड मरीजों की उपेक्षा न हो

उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों का इलाज करते समय नॉन-कोविड रोगियों की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए. कुछ हॉस्पिटलों के संबंध में शिकायतें आ रही हैं. कि डॉक्टर कोविड वार्ड में नहीं जा रहे हैं. ऐसे डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करें. लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद शहरी क्षेत्रों के नागरिक ग्रामीण क्षेत्र में आवाजाही कर रहे हैं. इससे कोरोना संक्रमण फैलने की बात सामने आ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न समितियां कार्य कर रही हैं. उनकी मदद से संक्रमण की रोकथाम के लिए योजना बनाएं.

 संभाग में बढ़ रही मरीजों की संख्या

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सोलापुर, सांगली व सातारा जिले में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसके लिए विभागीय आयुक्त जरूरी कदम उठाएं. लॉकडाउन में ढील देने के बाद उद्योग शुरू हुए. ऐसे में कारखानों में कार्यरत कामगारों को असुविधा नहीं होनी चाहिए. मालिकों को उनके रहने की व्यवस्था करनी चाहिए. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मजदूरों को सभी सुविधाएं देकर सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा.

पुणे जिले की स्थिति से कराया गया अवगत

बैठक के आरंभ में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कोरोना से संबंधित पुणे जिले की जानकारी पर प्रेजेंटेशन दिया. इसमें उन्होंने संक्रमित मरीजों, ठीक हुए रोगियों, डेथ रेट, टेस्ट बढाने हेतु प्रशासन द्वारा किये गये प्रबंध आदि की जानकारी दी. विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर ने पुणे विभाग में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया.