Loading

    सांगली. कोरोना के दूसरी लहर में काफी लोगो की मौत हुई जिनमे कई लोगों की घबड़ाहट से हुई है। जहां कोरोना पॉजिटिव होने के डर से एक युवा इंजीनियर ने अपने जन्मदिन पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम निखिल लक्ष्मण भानुसे  है। 

    यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना बुधवार रात को सांगली जिले में घटी है। जहां एक युवा ने कोरोना के पोसिटिव रिपोर्ट के चलते ख़ुदकुशी कर ली। तीन महीने पहले ही निखिल की शादी हुई थी। बता दें कि सांगली जिले में कोरोना पॉजिटिव रेट बढ़ता जा रहा है।

    प्राप्त जानकारी के अनुसार, निखिल सिविल इंजीनियर था। चार दिन पहले ही उसके कोरोना संक्रमित रहने की पुष्टि हुई थी। टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से वह परेशान था। रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि इसी हताशा में उसने देर रात घर के सामने एक तबेले में फांसी लगा ली। इस बारे में सांगली जिले के कुरलप थाने में मामला दर्ज किया गया है।

    पुणे शहर की एक और घटना 

    फांसी लगाकर झूल गया 12 वर्षीय बालक

    पिंपरी. एक 12 वर्षीय बालक ने पेड़ में साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या किये जाने की घटना से पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad) में खलबली मच गई है। यह घटना गुरुवार की दोपहर पिंपरी के अण्णासाहेब मगर स्टेडियम (Annasaheb Magar Stadium in Pimpri) में सामने आया। मृत बालक का नाम सुशांत तानाजी (Sushant Tanaji) सरवदे है।

    पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सुशांत अपने दोस्तों के साथ अण्णासाहेब मगर स्टेडियम के पास खेलने के लिए गया था। करीबन साढ़े 12 बजे के करीब उसने वहां एक पेड़ में साड़ी का फंदा बनाया और फांसी लगा ली। उसके दोस्तों ने जब देखा तो घर जाकर उसकी मां को इसकी सूचना दी। यह सुनकर मां और अन्य परिजन दौड़े दौड़े वहां गए। उसे बेहोशी की हालत में वाईसीएम हॉस्पिटल में ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने सुशांत को परीक्षण में ही मृत घोषित कर दिया। 

    पुलिस ने बताया कि, सुशांत के ख़ुदकुशी करने जैसा उसके घर में कुछ नहीं हुआ था। उसके साथ कोई अनहोनी हुई है, यह शक उसके परिजनों ने जताया है। वह उस्मानाबाद में अपने मामा के पास पढ़ाई करने गया था। लॉकडाउन की वजह से दिसंबर में वह अपने घर आया था। उसके पीछे माता, पिता, एक भाई और दो बहनों का परिवार रह गया है। सुशांत ने खुदकुशी जैसा कदम क्यों उठाया? यह अभी तक पता नहीं चल सका है। पिंपरी पुलिस हर पहलू से इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।