महामेट्रो की जानकारी
पुणे. महामेट्रो की पुणे परियोजना पर्यावरण के अनुकूल है जिसमें अधिकतम संख्या में पेड़ लगाए जाते हैं और उनकी प्रतिकृति बनाई जाती है. इसलिए, पुणे शहर को सुंदर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण और संरक्षण योजना शुरू की गई है. इसी योजना के तहत येरवडा इलाके में पेड़ लगाने का काम जारी है. ऐसी जानकारी महामेट्रो की ओर से दी गई.
अब तक 15550 पेड़ लगाए
महामेट्रो ने अब तक कुल 15,550 नए पेड़ लगाए है. आकुर्डी इको पार्क, सहयोग केंद्र, खराडी एफएस 74, आर्मी कैंपस, पिंपले निलाख, डेक्कन कॉलेज कैंपस, ऐसे इलाके में ये पेड़ लगाए हैं. इसके अलावा, मेट्रो के काम के लिए उपयोग किए जाने वाले 1834 पेड़ों को बचाया और प्रतिरूप किया गया है. टी पी, फॉरेस्ट ए आर.ए.आई, अहमदनगर रोड साइड, डेक्कन एम्ब्रायडरी, रेंज हिल, गुरुकुल, पीडब्ल्यूडी कार्यालय, येरवड़ा ओपन जेल, बंड गार्डन, पीएमसी गार्डन, नगर रोड, निकट आरे डेयरी बस स्टैंड, आलंदी, M.S.R.T. बस डिपो, एंग्री कल्चर कॉलेज, रेंज हिल, फॉरेस्ट वेस्ट डिपो, इन इलाकों में भी पेड़ लगाए हैं.
स्थानीय प्रजातियों का चयन
इस पहल के तहत, बरसात के दौरान तारकेश्वर हिल महादेव मंदिर परिसर, देवस्थान ट्रस्ट क्षेत्र, येरवड़ा में सफलतापूर्वक पेड़ लगाए जा रहे हैं. इस वृक्षारोपण में मुख्य रूप से स्थानीय प्रजातियों का चयन किया गया है. महामेट्रो द्वारा 12 से 15 फीट ऊंचाई के सतवन, कदंब, बकुल, जरुल, बेल, उबेर, चाफा, कडुनीम किस्मों के कुल 300 पेड़ लगाए जाएंगे. आज 200 पेड़ लगाए गए और शेष 100 पेड़ 11 सितंबर को लगाए जाएंगे. बड़ी झाड़ियों (5 से 6 साल) को जानबूझकर चुना जाता है ताकि वे तेजी से बढ़ सकें. साथ ही, उनका संरक्षण कार्य भी जारी रहेगा. महामेट्रो पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न उपायों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहा है.