पुणे: राज्य में पुणे शहर (Pune City) ने कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) के उच्चतम स्तर को पार कर लिया है। पुणे सहित सातारा (Satara) और सोलापुर (Solapur) जिलों में 72.7 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है।
केवल पुणे शहर में 63 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। इसलिए पुणे शहर में राज्य में टीकाकरण की दर सबसे अधिक है।
शहर में 8 जगहों पर हो रहा टीकाकरण
ज्ञात हो कि पुणे जिले में तीन केंद्रों पर टीकाकरण अभियान 100 प्रतिशत को पार कर गया है। वर्तमान में पुणे में आठ केंद्रों पर टीकाकरण शुरू हो गया है। इनमें से कोथरुड में सुतार अस्पताल, रूबी हॉल क्लिनिक और जिले के जुन्नार ग्रामीण अस्पताल ने 100 प्रतिशत टीकाकरण चरण को पार कर लिया है। पुणे शहर के आठ केंद्रों पर 800 में से 502 लोगों को टीका लगाया गया है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 15 स्थानों पर 1500 में से 992 लोगों को टीका लगाया गया है। परिणाम स्वरूप पुणे में 62 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है।
दौंड उप जिले में सिर्फ 4 को लगाया गया टीका
दौंड उप-जिले में केवल चार लोगों को अस्पताल में टीका लगाया गया है। उसके बाद सांगवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में केवल 14 लोगों को टीका लगाया गया है। पिंपरी-चिंचवड में 800 में से 419 लोगों को टीका लगाया गया। टीकाकरण से कुल 52 प्रतिशत लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं।
केंद्र से मिले 8.39 लाख डोज
अब राज्य के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों के सभी साढ़े आठ लाख कर्मचारियों को वैक्सीन के दो डोज आसानी से दिए जा सकते हैं। केंद्र द्वारा राज्य को कोविशील्ड के 8 लाख 39 हजार डोज उपलब्ध कराए गए है। केंद्र सरकार द्वारा सीरम कंपनी से महाराष्ट्र को कोविशील्ड के 9 लाख 63 हजार और भारत बायोटेक कंपनी से कोवैक्सीन के 20 हजार डोज उपलब्ध कराए गए। उसके बाद दो दिनों में राज्य सहित देशभर में सीरम के डोज पहुंचाए गए और 16 जनवरी को देशभर में वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई। तब राज्य में स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या तथा उन्हें 28 दिनों में दूसरा डोज दिए जाने की आवश्यकता को दृष्टि में रखते हुए 18 लाख डोज की जरूरत थी। केंद्र सरकार द्वारा पहले चरण में अपर्याप्त संख्या में डोज उपलब्ध कराए जाने के चलते कुल लाभार्थियों में से सिर्फ 50% लोगों को ही वैक्सीन देना संभव मान लिया गया था। इस दूसरी खेप में पुणे, मुंबई, ठाणे, कोल्हापुर और नासिक विभागों के वैक्सीनेशन केंद्रों को डोज वितरित किए गए।